युजवेंद्र चहल ने आईपीएल मैच खेलने के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम जैसे गेंदबाजों की कब्रगाह माने जाने वाली पिच पर विकेट निकालने की आदत विकसित की है, जिसका फायदा टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा वन-डे सीरीज में मिल रहा है।
चहल ने छह मैचों की सीरीज के पहले दो मुकाबलों में 7 विकेट चटकाए हैं, जिसमें से एक पांच विकेट भी शामिल है। चहल ने बताया कि दूसरे वन-डे में दक्षिण अफ्रीका के किस बल्लेबाज का विकेट उनके लिए सबसे खास रहा।
बहरहाल, हरियाणा के लेग स्पिनर ने कहा कि कप्तान और टीम प्रबंधन ने बीच के ओवरों में मुझे विकेट निकालने के लिए सपोर्ट किया और उन्हें इससे परेशानी नहीं कि इसके चलते थोड़े रन अधिक खर्च हो जाएं।
प्रोटियाज के खिलाफ दूसरे वन-डे में मैन ऑफ द मैच बने चहल ने कहा, ‘मैं विकेट निकालने जाता हूं और गेंद को फ्लाइट कराता हूं। मुझे पता है कि ऐसी गेंदों पर छक्के भी पड़ सकते हैं, लेकिन जब आपके कप्तान और टीम प्रबंधन सपोर्ट करे तो आपको इससे विश्वास मिलता है। मैंने बैंगलोर की सपाट पिच पर आरसीबी के लिए खेला है, इसलिए आपको अपने मजबूत पक्ष के बारे में पता होता है।’