Surya grahan 2018: क्या सूर्य ग्रहण का आप पर पड़ेगा असर, जानें क्या है ज्योतिषिय महत्व
आज साल का पहला सूर्य ग्रहण पड़ रहा है। यह 15 फरवरी की रात भारतीय समय के अनुसार यह ग्रहण 12 बजकर 25 मिनट से शुरू होगा और सुबह 4 बजे होगा। यह ग्रहण दक्षिणी अमेरिका उरुग्वे और ब्राजील में देखा जाएगा। हालांकि कहा जा रहा है कि ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। ज्योतिषियों की मानें तो इसलिए भारत में सूतक मान्य नहीं होगा और यही वजह है कि भारत में इसका कोई प्रभाव नहीं होगा। आपको बता दें कि इससे पहले जनवरी में पूर्णिमा के दिन सूर्य ग्रहण पड़ा था जो पूर्ण चंद्रग्रहण था और भारत में दिखाई दिया था।
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सूर्य ग्रहण का ज्योतिषीय महत्व
मत्स्य पुराण में बताया गया है कि सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण की कथा राहु-केतु से जुड़ी है। दरअसल समुद्र मंथन के दौरान जब देवताओं और असुरों में अमृत के लिए लड़ाई हुई तो अमृत पाने के लिए राहु रूप बदलकर देवताओं के साथ बैठकर अमृत पीने लगा। जब विष्णु भगवान को इस बात का पता चला तो उन्होंने सुदर्सन चक्र से उसकी सिर धड़ से अलग कर कर दिया। बाद में सिर राहु और धड़ केतु नाम का ग्रह बना। इसके बाद गुस्से में राहु चन्द्रमा और सूर्य को लीलने के लिए दौड़ने लगा लेकिन विष्णुजी ने ऐसा नहीं होने दिया। उस दिन से माना जाता है कि जब भी सूर्य और चन्द्रमा निकट आते हैं तब उन्हें ग्रहण लग जाता है।