पहले तो इटावा का चम्बल डाकुओ के लिए जाना जाता था,वही अब इस चम्बल सेंचुरी में शिकारियों ने अपना डेरा बसा लिया है।प्रशासन की रोक व लाख कोशिशों के बाद भी शिकारी शिकार करने से बाज़ नही आ रहे हैं।
जब प्रशासन सख्त होता है तो कुछ दिनों के लिए शिकारी गायब हो जाते हैं लेकिन पुनः इसी काम मे जुट जाते हैं।
इधर चम्बल घने जंगल से ढका हुआ है व एक खूबसूरती लिए हुए हैं तो वही चम्बल सेंचुरी में शिकारी कभी मछलियों का तो कभी कछुओं का शिकार करते पाये जाते हैं।
पिछले काफी दिनों से शिकायत आ रही थी कि चम्बल सेंचुरी में शिकारी/मछुवारे सक्रिय हैं व धड़ल्ले से शिकार कर रहे हैं।
इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए चम्बल सेंचुरी के रेंजर सर्वेश भदौरिया ने अपनी टीम के साथ सुबह 4 बजे इटावा के गाती में 1 कुंटल(100 किलोग्राम) मछली के साथ अवैध शिकार करते हुए 2 मछुवारों/शिकारियों को गिरफ्तार किया है।
चम्बल सेंचुरी के अधिकारियों द्वारा लगातार पूछताछ जारी है, जल्द ही इस व्यवसाय से जुड़े एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।
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