नई दिल्ली-बिजली-पानी के बिलों में वृद्धि को लेकर नंदनगरी क्षेत्र के सुंदरनगरी में अनशन पर बैठे आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 15 दिनों बाद शनिवार शाम अपना अनशन खत्म कर दिया। उन्होंने ऐलान किया है कि इसके बाद भी उनका आंदोलन बंद नहीं होने वाला है।
इससे पहले केजरीवाल ने अनशन के14 वें दिन कहा कि वह अन्ना के हाथों जूस पीकर अनशन तोड़ना चाहते थे, लेकिन वह व्यस्त होने के कारण यहां नहीं आ सकेंगे, लेकिन आशीर्वाद स्वरूप उन्होंने अपना एक पत्र उन्हें भेजा है। इसके बाद आम आदमी पार्टी के सदस्य मनीष सिसोदिया ने अन्ना की ओर से केजरीवाल को लिखे पत्र को पढ़कर सुनाया।
केजरीवाल ने कहा कि आंदोलन के समर्थन में हस्ताक्षर का आंकड़ा साढे़ 10 लाख पार कर गया है। दिल्ली की जनता ने विरोधपत्र पर हस्ताक्षर कर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई है। सरकार अगर जनतंत्र पर यकीन रखती है तो बढे़ बिलों के दामों को वापस ले। उन्होंने शनिवार को दूसरे चरण के तहत लोगों को जिन घरों में बिजली कनेक्शन काटे गए हैं उन्हें दोबारा जोड़ने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि हर रविवार को कार्यकर्ता हर वार्ड की गलियों का दौरा कर काटे गए बिजली कनेक्शन जोड़ेंगे, वहीं लोगों में हिम्मत भी पैदा की जाएगी।
केजरीवाल ने कहा कि अन्ना ने भी पत्र के माध्यम से कहा है कि अनशन का मकसद पूरा हुआ। अब इसे तोड़कर आगे की लड़ाई शुरू करो। इस बीच क्षेत्र में बड़े स्तर पर चल रही बिजली की कटौती और बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे लोगों ने उत्तमनगर में जाम लगाया तथा मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से इस्तीफा मांगा। दोपहर के समय लगाए गए जाम के कारण पूरे क्षेत्र की यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई। लोग देर तक जाम में फंसे रहे।
इसका नेतृत्व नवादा से निगम पार्षद नरेश बाल्यान ने किया। जाम लगा रहे लोगों का कहना था कि पूरे उत्तम नगर विधानसभा क्षेत्र में बिजली का संकट शुरू हो गया है। अभी से ही कई-कई घंटे तक बिजली की कटौती की जा रही है।