अमरोहा। केंद्र में भाजपा की सरकार अपने तीन साल पूरे होने को है। भाजपा सरकार अपने काम-काज का कितना भी बढ़-चढ़ कर बखान कर रही हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। अमरोहा जिले के विकास खंड के गांव बटपुरा के मंझरा फतेहपुर में 20 साल से गांव में बिजली आने का इंतज़ार कर रहे है।
इस गांव में 1998 में विद्युतीकरण किया गया था। विद्युतीकरण से गांव वालों के चेहरे खिल उठे थे कि अब गांव में बिजली आएगी तो गांव की किस्मत बदल जाएगी। लेकिन गांव वालों को क्या पता था कि यह खुशी केवल छह महीने की ही है। अब गांव में इन बिजली के तारों पर गांव के लोग कपड़े सुखाते हैं। गांव में खड़े बिजली के खंभे मुंह चिढ़ाते हैं। गांव में रखा बिजली का ट्रांसफार्मर गांव वालों की किस्मत पर हंसता हुआ नजर आता है। गांव वालों का कहना है कि गांव के बच्चे रात को पढ़ नहीं सकते।
गांव में बिजली ना होने से चार लड़को के रिश्ते टूट चुके हैं। गांव में कोई अपने लड़के और लड़की का रिश्ता नहीं करता। टीवी, फ्रिज और वाशिंग मशीन तो केवल सपने में दिखाई देती है। गांव के होशियार सिंह का कहना है कि बड़ी उम्मीद से मोदी को वोट दिया था। यह सोच कर शायद गांव की किस्मत बदल जाएगी। लेकिन तीन सालों में प्रधानमंत्री को तीन बार फेक्स किया लेकिन कुछ नतीजा हासिल नहीं हुआ अब आने वाले 2019 के चुनाव का पूरा गांव बहिष्कार करेगा।
गांव की ही उर्मिला का कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारियों से बात कर कई बार कह चुके हैं कि आप गांव में बिजली के कनेक्शन कर दो, कनेक्शन तो दूर खंबो से बिजली के तार और उतार कर ले गए। पूजा का कहना है सिलाई का काम करती हूं कपड़ों पर कोयले की प्रेस से ही प्रेस करनी पड़ती है बिजली की प्रेस तो जाने कब नसीब होगी। राजेंद्र कहते है इस बार चुनाव में अगर कोई नेता वोट मांगने आया तो उसका वहिष्कार करेंगे और उसको गांव से बहार का रास्ता दिखायेंगे। बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार गर्ग का कहना है कि कई बार प्रशासन को गांव में बिजली के लिए ट्रांसफार्मर और बिजली कनेक्शन के लिखकर भेजा था अब मंजूरी मिल गयी है एक महीने के अंदर गांव में बिजली चालू कर दी जायेगी।