चित्रकूट. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 22 अक्टूबर को जनपद के दो दिवसीय दौरे पर आएंगे। प्रभु श्री राम की तपोभूमि चित्रकूट में मुख्यमंत्री बनने के बाद यह उनका पहला दौरा होगा, इससे पहले उनका किसानों के ऋणमोचन प्रमाणपत्र वितरण कार्यक्रम में आने का अंदेशा व्यक्त किया गया था परंतु अत्यधिक व्यस्तता के चलते सीएम योगी उस दौरान नहीं आ सके। योगी के आगमन को लेकर प्रशासनिक अमले में हड़कम्प मचा हुआ है और तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
अधिकारीयों की भागी सुस्ती
सभी विभाग अपनी सुस्ती को चुस्ती में बदलने के लिए आंकड़ों की बाज़ीगरी का हुनर दिखाने में व्यस्त हो गए हैं। लम्बित मामलों को तेजी से निपटाने की प्रक्रिया चालु हो गई है। विभागीय अधिकारी मातहतों को दिशा निर्देश की घुट्टी पिलाते हुए लापरवाही न बरतने की चेतावनी दे रहे हैं। डीएम शिवाकांत द्विवेदी के मुताबिक सीएम के 22 तारीख को शाम 5 बजे तक आने का कार्यक्रम अभी प्रशासन के संज्ञान में आया है परंतु क्षण प्रतिक्षण (मिनट टू मिनट) के कार्यक्रम का प्रोटोकॉल आना बांकी है।
डीएम ने अधिकारीयों को दिए निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ जनपद के दौरे पर 22 अक्टूबर को आ सकते हैं ऐसा लगभग सुनिश्चित हो चुका है। सीएम के आगमन को लेकर प्रशासनिक अमला सक्रियता की गोली खाकर मेहनत करने में जुट गया है। उच्चाधिकारी मातहतों को बारंबार लापरवाही की दहलीज़ न लांघने की हिदायत दे रहे हैं। फाइलों को दुरुस्त करने का कार्य भी तेजी में है। चूंकि बीच में दीवाली की छुट्टी भी पड़ रही है तो साहब लोगों को होमवर्क करने का मौका भी मिल जाएगा। सीएम योगी के प्रस्तावित दौरे को लेकर डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारीयों के साथ बैठक कर कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की। अभी मिनट टू मिनट कार्यक्रम की सूचना नहीं आई है। डीएम ने बैठक के दौरान अधिकारीयों को सख़्त निर्देश दिए हैं कि सभी लम्बित मामलों ख़ासकर सम्पूर्ण समाधान दिवस, मुख्यमंत्री जन सुनवाई, भारत सरकार से सम्बंधित शिकायती पत्र जो लम्बित हैं उन मामलों को निपटाने में ढिलाई न बरतें। सभी विभाग अपनी प्रगति रिपोर्ट तैयार कर लें।
डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने अधिकारीयों को जनपद न छोड़ने के निर्देश दिए हैं। सीएम के प्रस्तावित कार्यक्रम के मद्देनजर जनपद व तहसील स्तरीय अधिकारीयों को बिना डीएम की अनुमति के जनपद न छोड़ने की सख्त हिदायत दी गई है।