उत्तर प्रदेश में अखिलेश सरकार ने फ्री लैपटॉप की पहली किस्त तो जारी कर दी लेकिन जिन छात्रों को फ्री टैबलेट मिलना है, उन्हें थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा. 2012 में हाईस्कूल पास करने वाले और 26 लाख स्टूडेंट्स को फ्री टैबलेट दिए जाने हैं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने टैबलेट खरीद प्रक्रिया को रद्द कर दिया है. उन्होंने इसका आदेश गुरुवार, 28 मार्च, को जारी किया.
मुख्यमंत्री द्वारा खरीद प्रक्रिया को रद्द करने की वजह यह थी कि केवल एक कंपनी ने टैबलेट सप्लाई करने के लिए आवेदन किया था.
अब स्टूडेंट्स को फ्री दिए जाने वाले टैबलेट को खरीदने के लिए दोबारा टेंडर निकाला जाएगा. इस पूरी प्रक्रिया में कम से कम छह माह लगेंगे और ऐसे में छात्रों को अक्टूबर तक इंतजार करना होगा.
बिकने के लिए बाजार पहुंचा अखिलेश का फ्री लैपटाप
यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कार्पोरेशन लिमिटेड (यूपीईसीएल) एक हफ्ते के भीतर दोबारा प्रस्ताव मांगने की तैयारी में है. इससे पहले 21 नवंबर, 2012 को टैबलेट खरीदने के लिए टेंडर निकाला गया था और कंपनियों को दो मार्च तक टैबलेट का नमूना जमा करने का निर्देश दिया गया था. तय समय तक केवल एचसीएल कंपनी ने ही टैबलेट जमा किया था.
यूपीईसीएल के एक अधिकारी बताते हैं कि टैबलेट की खरीद प्रकिया अब नए सिरे से शुरू होगी. तीन महीने में टैबलेट सप्लाई करने वाली कंपनी का चयन कर लिया जाएगा और इसके अगले तीन महीने में कंपनी को टैबलेट की सप्लाई करनी होगी.
अखिलेश-मुलायम की फोटो हटाते ही क्रैश हो रहा फ्री लैपटॉप
अधिकारियों के मुताबिक इस पर टेंडर की शर्तों में कुछ ढील दी जा सकती है ताकि ज्यादा से ज्यादा कंपनियां इसमें शामिल हो सकें. इससे पहले सरकार द्वारा फ्री बांटे जा रहे लैपटॉप के खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया दोबारा अपनानी पड़ी थी, क्योंकि कंपनियों ने निर्धारित समयसीमा में अपने लैपटॉप के सैंपल जमा नहीं किए थे.