लखनऊ । 19 मार्च को यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के 15 दिन बाद पहली कैबिनेट मीटिंग 4 अप्रैल की शाम 5 बजे लखनऊ में होगी। ये जानकारी रविवार को स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दी। हालांकि, मीटिंग के एजेंडे के बारे में उन्होंने कोई बात नहीं बताई। माना जा रहा है कि सबकी नजर किसानों की कर्ज माफी के ऐलान पर रहेगी, जिसे लेकर नरेंद्र मोदी अपनी चुनावी सभाओं में वादा करते आए हैं। इन फैसलों पर लग सकती है मुहर…
से बातचीत में पॉलिटिकल एक्सपर्ट श्रीधर अग्निहोत्री ने बताया, ” पहली कैबिनेट में लघु और सीमांत किसानों का कर्जा माफ हो सकता है। चीनी मिलों का बकाया 20 दिन के अंदर भुगतान करने पर फैसला हो सकता है।”
”भूमिहीन किसान के लिए सरकार गोधन योजना के तहत दुधारू पशु उपलब्ध कराने से संबंधित ऐलान कर सकती है। एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन किया जा सकता है।”
”अवैध बूचड़खानों को बंद करने के लिए सरकार कोई नियमावली बनाने पर फैसला कर सकती है। युवाओं के लिए सरकार स्टार्ट अप वेंचर कैपिटल फंड की स्थापना और देश का सबसे बड़ा इन्क्युलेटर स्थापित करने पर कोई डिसीजन ले सकती है।
मोदी और शाह ने कही थी कर्ज माफी की बात
बता दें, किसानों की कर्ज माफी पर मोदी ने चुनावी कैम्पेन के दौरान कहा था कि पहली कैबिनेट में ये मुद्दा हल कर लिया जाएगा। यूपी के उरई में 20 फरवरी को चुनावी कैम्पेन के दौरान मोदी ने कहा था- ”बुंदेलखंड के विकास के लिए हम कमिटेड हैं। अगर बीजेपी की सरकार बनी तो यहां अलग से बुंदेलखंड विकास बोर्ड बनाया जाएगा। इसका ऑफिस सीएम के पास होगा। वही इसके काम की निगरानी करेंगे। इतना ही नहीं, पहली कैबिनेट मीटिंग में हम किसानों का कर्ज माफ कर देंगे।”
यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद अपने चुनावी वादों पर बात करते हुए अमित शाह ने भी कहा था कि उनकी सरकार पहली कैबिनेट बैठक में छोटो किसानों के कर्ज माफी पर प्रस्ताव जारी करेगी।