नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल मई और जून में कजाकिस्तान,श्रीलंका,जर्मनी,स्पेन और रूस की यात्रा पर जा रहे हैं। यह बात दीगर है कि बीते 6 महीने बाद पीएम मोदी की विदेश यात्रा का कार्यक्रम बना है। बीते साल नवबंर में विमुद्रीकरण की घोषणा के बाद पीएम मोदी जापान गए थे। इसके बाद संसद के शीतकालीन सत्र और पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर विदेश यात्रा का कार्यक्रम नहीं बन सका।
यात्रा के पहले दौर में पीएम मोदी बुद्धिज्म कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के लिए श्रीलंका जाएंगे। पीएम का यह कार्यक्रम मई में मध्य में है। इससे पहले पीएम मोदी 2015 में श्रीलंका की यात्रा पर गए थे। इसके बाद मई के आखिर और जून के शुरुआत में पीएम मोदी के जर्मनी, स्पेन और रूस की यात्रा पर जाने की संभावनाएं हैं। यहां उनके एजेंडा में कूटनीतिक साझेदारी और निवेश शामिल हो सकता है।
विदेशी यात्रा के इसी दौर में पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य राष्ट्र के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात करेंगे। इस साल भारत और रूस कूटनीतिक संबंधों के 70 साल पूरा होने का जश्न मना रहे हैं।
इसके बाद 7-8 जूव को पीएम मोदी कजाकिस्तान जा सकते हैं, जहां संभावना है कि भारत को शंघाई कॉपरेशन आर्गनाइजेशन का सदस्य बनाया जाए। इसके बाद पीएम मोदी जर्मनी भी जा सकते हैं। संभावना जताई जा रही है कि पीएम मोदी जर्मनी की यात्रा पर जा सकते हैं।
बता दें कि जर्मनी ने मेक इन इंडिया कार्यक्रम में काफी दिलचस्पी दिखाई और वो भारत में निवेश करने वाला सातवां बड़ा मुल्क है। जर्मनी के बाद पीएम मोदी स्पेन, सेंट पीटर्सबर्ग जा सकते हैं।