तीसरे चरण में कम हुये धनबली और बाहुबली…
लखनऊ, दीपक ठाकुर। उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) ने उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव को लेकर चल रहे चुनावी महासंग्राम के दौरान नेताओं का काला चिट्ठा मंगलवार को यूपी प्रेस क्लब में पेश किया।
इन दागी नेताओं के कई मंत्रियों के ऊपर आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं।कई मंत्रियों के ऊपर हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर केस दर्ज हैं।जबकि कई मंत्रियों पर हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने जैसे अपराध शामिल हैं। चुनाव आते ही विभिन्न दलों में प्रत्याशियों को चुनने की होड़ सी लग जाती है।ऐसे में सियासी दल अपने फायदे के लिए दागी तथा अपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों का चयन करने में गूरेज नहीं करती हैं। लेकिन अगर हम पहले और दूसरे चरण से तुलना करें या विगत चुनावों की बात करें तो इस बार दागियों और धनबली और बाहुबलियों की तुलनात्मक आधार पर संख्या घटी है
अगर यही रेसियो रहा तो सातवें चरण तक स्थिति बहुत बेहतर होगी
इलेक्शन वाच द्वारा निरन्तर चलायी जा रही जागरूकता के कारण इस बार अपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों के खिलाफ रिपोर्ट पेश कर इनके कारनामे उजागर कर रहा है।
2012 के चुनाव में ओवरआल 40 % अपराधिक प्रत्याशी थे इस बार 2017 में अभी तक के प्रथम तीन चरणों में 34 % हैं।