- सीतापुर -अनूप पाण्डेय /NOI -सूबे के मुख्यमंत्री जहा स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर बनाने के लिए मानक पूर्ण हॉस्पिटल संचालित करने के लिए गाइड लाइन जारी की है मग़र सीतापुर मे हॉस्पिटल मानको को दरकिनार कर मनमाने तरीके से संचालित करते हुए नजर आ रहे है वही इन हॉस्पिटलो पर कही न कही स्वास्थ्य विभाग भी मेहरबानी बनाये हुए है.
- दरअसल मामला सीतापुर जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लहरपुर क्षेत्र का है जहा अवैध हॉस्पिटलो का अम्बार लगा है जो मरीज का इलाज कम उनकी समस्याएं ज्यादा बढ़ा देते है वही बीते कुछ दिनों पहले अवैध हॉस्पिटलो पर सीएमओ डॉ हरपाल सिंह द्वारा सीएचसी अधीक्षक डॉ अरविन्द बाजपेई को निर्देशित किया था की अवैध हॉस्पिटलो का संचालन बंद करे।जिसके बाद अधीक्षक ने टीम गठित कर समूचे क्षेत्र मे झोलाछाप डॉक्टरो पर कार्यवाही की थी मगर बड़े स्तर पर संचालित हो रहे ए एम एस हॉस्पिटल को शनिवार को अधीक्षक डॉ अरविन्द बाजपेई द्वारा जाँच की गयी जाँच के दौरान कोई भी दस्तावेज़ नहीं मिले फिर भी अधीक्षक ने उन्हें नोटिस थमा दी जिसमें तीन दिनों का समय दिया गया है तीन दिनों के अंदर हॉस्पिटल संचालक रजिस्ट्रेशन व दस्तावेज़ लेकर प्रस्तुत हो सवाल यह खड़ा होता कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहली छापेमारी मे 3 हॉस्पिटलो का संचालन बंद कराया गया था फिर ए एम एस हॉस्पिटल को खाली नोटिस क्यों दी गयी जबकि ए एम एस हॉस्पिटल मे धड़ल्ले से सीजर ऑपरेशन, हॉर्नीया आदि ऑपरेशन किये जाते है जबकि कोई भी मानक हॉस्पिटल के सही नहीं है।
वही इस संबंध मे अधीक्षक डां अरविन्द बाजपेयी से बात की गयी तो उन्होंने नोटिस का जवाब आने का इंतजार का हवाला दिया कहा तीन दिन बाद अगर हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन सहित समस्त दस्तावेज नहीं लाये तो सीज कर एफ आई आर दर्ज की जाएगी.अब देखना होगा अवैध हॉस्पिटल पे कर्यवाही होती है या ऐसे ही संचालित होता रहेगा!