लखनऊ। आगरा सेंट्रल जेल में बंद बाहुबली विधायक विजय मिश्रा का यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है। विधायक विजय मिश्रा को नामांकन को कोर्ट ने अनुमति दे दी है। विजय मिश्रा अब भदोही के ज्ञानपुर विधानसभा क्षेत्र से पांचवी बार चुनावी अखाड़े में एक बार फिर से किस्मत आजमाएंगे। इस बार वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में होंगे।
जेल में बंद विधायक विजय मिश्रा के अधिवक्ता हंसाराम शुक्ला एवं स्वामी प्रसाद मिश्रा की ओर से सोमवार को नामांकन के लिए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ज्ञानेंद्र सिंह द्वितीय की अदालत में प्रार्थना पत्र दिया गया था। जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। इसके साथ ही अब विधायक का ज्ञानपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ना तय हो गया है।
अदालत ने आवेदन को स्वीकार करते हुए वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय कारागार आगरा को आदेश दिया है कि वह जेल मैनुअल व भारत निर्वाचन आयोग की ओर से जारी दिशा निर्देशों के तहत आवेदक के नामांकन की औपचारिकता पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। न्यायालय ने उक्त आदेश को ईमेल के जरिए केंद्रीय कारागार आगरा वरिष्ठ अधीक्षक को भेजने के निर्देश दिए।
अधिवक्ता हंसाराम शुक्ला एवं स्वामी प्रसाद मिश्रा ने अदालत में आवेदन किया था कि विजय मिश्रा ज्ञानपुर से चार बार से लगातार विधायक हैं। वह पांचवी बार यहीं से चुनाव लडना चाहते हैं। इसके लिए नामांकन 17 फरवरी तक कलेक्ट्रेट परिसर में होगा। आरोपित अपने संवैधानिक अधिकारों के तहत चुनाव लडना चाहते हैं। जेल में आवेदक से कोविड के चलते किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है।
आवेदक के अधिवक्ता ने चार सेट में नामांकन के लिए प्रस्तावक, समर्थक, अधिवक्ता तथा नोटरी वकील एवं फोटोग्राफर सहित कुल 24 लोगों के आगरा जेल में दाखिल होने की अनुमति मांगी थी। सरकारी अधिवक्ता की ओर से इसका विरोध किया गया। अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद विजय मिश्र के अधिवक्ता हंसाराम शुक्ला के आवेदन को स्वीकार कर लिया।
बता दें कि ज्ञानपुर विधानसभा से बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को अक्टूबर 2020 में चित्रकूट की जेल से आगरा केंद्रीय कारागार में स्थानांतरित किया गया था। वह तभी से यहां पर बंद हैं। विजय मिश्रा को हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है।