नई दिल्ली। तमिलनाडु में एआइएडीएमके में टूटने के साफ संकेत नजर आ रहे हैं। तमिलनाडु के कार्यवाहक सीएम ओ पन्नीरसेलवम ने कहा कि वो तमिलनाडु की जनता की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं। पार्टी के तमाम कैडर का समर्थन उन्हें हासिल है। वो तमिलनाडु विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेंगे।
तमिलनाडु के कार्यवाहक सीएम ओ पन्नीरसेलवम ने कहा कि अम्मा करीब 16 साल तक सत्ता में रहीं। उनके आशीर्वाद से मैं दो बार राज्य का सीएम बना। अम्मा की इच्छा के मुताबिक राज्य की भलाई के लिए मैंने काम किया। मैं सत्ता में रहा हूं या विपक्ष में पार्टी के खिलाफ कोई काम नहीं किया। अगर एआइएडीएमके के कार्यकर्ता चाहेंगे कि मैं इस्तीफा दूं तो वो मैं करने के लिए तैयार हूं।
पन्नीरसेलवम ने कहा कि वो राज्यपाल से मुलाकात कर अपना पक्ष रखेंगे। इसके अलावा वो राज्य के सभी शहरों और कस्बों में जाकर जनता के बीच अपना पक्ष रखेंगे।अम्मा के स्वास्थ्य के बारे में तरह तरह की बातें हो रहीं हैं। इस मामले में राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वो जांच कराए लिहाजा उन्होंने जांच आयोग गठित किया जाएगा।
करने का आदेश दिया था। केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए पन्नीरसेलवम ने कहा कि तमिल जनता के समर्थन में केंद्र पूरी मदद कर रहा है। तमिल जनता की भलाई में जो लोग मदद करेंगे या कर रहे हैं उनके वो शुक्रगुजार हैं। पन्नीरसेलवम ने कहा कि उनका हमेशा से प्रयास रहा है कि पार्टी और राज्य की भलाई के लिए फैसले लिए जाएं।
इस बीच डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा कि एआइएडीएमके में जो भी कुछ हो रहा है उसके लिए उनकी पार्टी जिम्मेदार नहीं है। इससे पहले डीएमके सांसद इलांगोवन ने कहा कि एआइएडीएमके अपनी कारगुजारियों की वजह से टूट के कगार पर है।
स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु में आठ महीनों के भीतर संवैधैानिक व्यवस्था चरमरा गई है। राज्यपाल को चेन्नई आकर तत्काल दखल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधानसभा के भीतर कई बार जयललिता उन्हें देखकर स्माइल करती थीं, क्या शशिकला जयललिता के इस कार्य का विरोध कर सकती थीं। ये कहना शर्मनाक है कि हंसना आपत्तिजनक बात है। सच ये है कि आज तमिलनाडु की जनता हंस रही है।