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Thursday, September 19, 2024

BJP की 3 महीने में बंगाल में दूसरी माइनोरिटी कॉन्फ्रेंस; कांग्रेस-तृणमूल हिंदू विरोधी इमेज खत्म करने में जुटीं



नई दिल्ली. गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव के बाद नए साल में सियासी पार्टियां 2019 के लोकसभा चुनाव और 2018 में होने वाले 8 राज्यों के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं। बीजेपी तीन तलाक और माइनोरिटी काॅन्फ्रेंस के जरिए मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगाने के फार्मूले और कांग्रेस ने हिंदुत्व विरोधी छवि को बदलने के प्लान को हकीकत में उतारने की कवायद शुरू कर दी है। गुरुवार को बीजेपी ने कोलकाता के मो. अली पार्क में अल्पसंख्यक सम्मेलन किया। इसमें करीब 15 हजार मुसलमान शामिल हुए। वेस्ट बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस भी अब सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चलती दिखाई दे रही है।
ममता ने माइनोरिटी कम्युनिटी के लिए कुछ नहीं किया
– पश्चिम बंगाल बीजेपी के स्टेट चीफ दिलीप घोष ने कहा- ममता बनर्जी ने अल्पसंख्यकों के लिए 6 साल में कुछ भी नहीं किया। बीजेपी का राज्य में 3 महीने के अंदर यह दूसरा अल्पसंख्यक सम्मेलन था। उधर, बीजेपी-कांग्रेस के बीच कर्नाटक में भी ध्रुवीकरण (polarisation) की राजनीति शुरू हो गई है। बुधवार को कर्नाटक में ने कांग्रेस सीएम सिद्धारमैया को हिंदू विरोधी बताया था। सिद्धारमैया ने बीेजपी और संघ को कट्‌टरपंथी कहा था।
इस साल किन राज्यों में चुनाव?
– इस साल कर्नाटक, मेघालय, त्रिपुरा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, नगालैंड, मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं।
गुजरात: कांग्रेस 148 राम मंदिरों में पूजा किट बांटेगी
– कांग्रेस राहुल गांधी के गुजरात फॉर्मूले से 2019 तक हिंदू विरोधी छवि से बाहर निकलेगी। इसकी शुरुआत कांग्रेस ने मोदी के गढ़ गुजरात से कर दी। कांग्रेस राज्य के 148 राम मंदिरों में पूजा किट बांटेगी। पार्टी ने इसके लिए ‘श्रीराम सूर्योदय संध्या आरती समिति’ का गठन किया है। कार्यकर्ता मंदिरों में जाकर सुबह-शाम आरती करेंगे।

वजह: कांग्रेस राहुल के मंदिर दर्शन रणनीति को कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के चुनाव में आगे बढ़ाना चाह रही है, क्योंकि ये हिंदू बहुल राज्य हैं।
प. बंगाल: बीजेपी का 30% मुसलमानाें पर फोकस
– बीजेपी को तीन तलाक के मुद्दे से यूपी चुनाव में मुस्लिम सीटों पर फायदा हुआ था। वो इस फार्मूले को बंगाल में अल्पसंख्यक सम्मेलनों के जरिए आगे बढ़ा रही है। बीजेपी ने राज्य में 2019 और इस साल होने वाले पंचायत चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है, ताकि उसकी सीटें बढ़ सकें। अभी राज्य में भाजपा के दो सांसद हैं।

वजह: पश्चिम बंगाल में करीब 30% मुस्लिम वोटर हैं। वे राज्य की 294 में से 100 सीटों और लोकसभा की 42 में से 10-12 सीटों पर अहम भूमिका निभाते हैं।
कर्नाटक: बीजेपी-कांग्रेस की नजर 85% वोटरों पर
– पिछले काफी दिनों से सिद्धारमैया लगातार खुद को हिंदूवादी नेता बता रहे हैं। उन्होंने खुद को 100% हिंदू बताया था। साथ ही बोले-कि मेरा नाम क्या है? मेरा नाम सिद्दा-रामा है। भाजपा के लोग ही हिंदू नहीं हैं, मैं भी हिंदू हूं। वहीं, पीएम मोदी ने पिछले साल नवंबर में शिव मंदिर में दर्शन के बाद चुनावी यात्रा शुरू की थी।

वजह: राज्य में मार्च में विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में करीब 85% हिंदू वोटर हैं। इनमें 20 % लिंगायत ब्राह्मण हैं, जो भगवान शिव को अपना आराध्य मानते हैं।
ममता बनर्जी ब्राह्मणों को बांट रहीं गीता
– मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोपों में घिरीं ममता बनर्जी भी राहुल गांधी की तरह हिंदुत्व फॉर्मूले पर आगे बढ़ रहीं हैं। हाल ही में ममता के करीबी कहे जाने वाले अनुब्रत मंडल ने पार्टी की ओर से बीरभूमि जिले में ब्राह्मण सम्मेलन में आठ हजार पुरोहितों को गीता और उपहार देकर सम्मानित किया।
मोदी ने की बड़ी मीटिंग
प्रधानमंत्री ने गुरुवार रात भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी महासचिवों के साथ नई दिल्ली में मीटिंग की। इसमें संगठन के मामलों और 8 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मसले पर विचार विमर्श किया गया।

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