नई दिल्ली। पंजाब में मचे सियासी घमासान के बीच चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के नए सीएम चुन लिया गया है । चरणजीत सिंह ने राज्यपाल के समक्ष नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है।
राज्यपाल से मिलने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी के सभी विधायकों ने सर्वसम्मति जो फैसला लिया है उसके बारे में राज्यपाल को बता दिया गया है। राज्यपाल ने कल 11 बजे शपथ ग्रहण का समय तय किया है। राहुल गांधी ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनने के लिए बधाई दी।
Congratulations to Shri Charanjit Singh Channi Ji for the new responsibility.
We must continue to fulfill the promises made to the people of Punjab. Their trust is of paramount importance.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 19, 2021
पंजाब के निवर्तमान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चरणजीत सिंह चन्नी को अगला मुख्यमंत्री चुने जाने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उम्मीद है चन्नी पंजाब को सीमा पार से चुनौतियों से सुरक्षित रखेंगे।
चरणजीत सिंह चन्नी 2007 से श्री चमकाैर साहिब सीट से विधायक हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में भी मंत्री थे। चरणजीत सिंह काफी समय से कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बागी सुर अपनाए हुए थे। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने चन्नी को पंजाब का सीएम बनाने पर खुशी जताई और कहा कि वह मेरे छोटे भाई हैं। मैं इस निर्णय से निराश नहीं हूं।
15 मार्च 1963 को जन्मे चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने पार्षद पद से राजनीति की शुरुआत की। वह तीन बार पार्षद रहे। वह नगर काउंसिल खरड़ के प्रधान रहे। 2007 में चमकौर साहिब से चन्नी आजाद जीतकर पंजाब विधानसभा पहुंचे। बाद में वह कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए और 2012-2017 में वह कांग्रेस के टिकट पर चमकौर साहिब से चुनाव जीते। 2015 में कांग्रेस ने सुनील जाखड़ को नेता प्रतिपक्ष पद से हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को नेता प्रतिपक्ष बनाया। 2017 में चन्नी को पहली बार कैबिनेट में शामिल किया गया। वर्तमान में चन्नी के पास तकनीकि शिक्षा, इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग, इम्पलाइ जनरेशन, टूरिज्म व कल्चर अफेयर विभाग था। चन्नी राजनीति शास्त्र में एमए हैं। यही नहीं उन्होंने एमबीए व एएलबी भी की है। पत्नी डॉक्टर कमलजीत कौर है।
बात दें कि अमरिंदर सिंह ने शनिवार की कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले इस्तीफा देदिया था। इस्तीफा देने के बाद अमरिंदर सिंह ने कहा था कि उन्होंने सोनिया गांधी काे अपने इस्तीफा देने की जानकारी दी थी। पार्टी में मेरा अपमान किया गया। उन्हें शक था कि मैं सरकार नहीं चला पा रहा हूँ। उन्होंने कहा कि अपने समर्थकों के साथ बैठक कर भविष्य की रणनीति तय करुंगा।