लखनऊ । उत्तर प्रदेश में नई योगी सरकार के बनते ही वीवीआईपी जिले इटावा और कन्नौज के अच्छे दिन चले गए। 24 घंटे बिजली का सुख भोगने वाले दोनों जिलों को कटौती झेलनी पड़ रही है। कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों की रफ्तार धीमी पड़ गई है। सपा नेताओं के आवास पर तैनात रहने वाली गारद गायब हो गई हैं। सीएम योगी के आदेश पर अब मुलायम और अखिलेश के करीबियों के ‘पर कतरना’ शुरू हो गया है।
अब कोई सुरक्षा कर्मी नहीं… पुलिस पिकेट हटा ली गई
इटावा लाइन पार क्षेत्र स्थित फ्रेंड्स कालोनी में सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव एवं जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव के आवासों से पुलिस पिकेट हटा ली गई है। चौगुर्जी में पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री शिवपाल सिंह यादव के आवास पर भी अब कोई सुरक्षा कर्मी नहीं है। इन वरिष्ठ नेताओं के आवासों पर 24 घंटे सुरक्षा मुहैया रहती थी। बाकायदा बैरियर लगाए गए थे। पुलिस पिकेट के ठहरने के लिए केबिन बनाई गई थी।
दर्जा प्राप्त राज्य मंत्रियों का तमगा गया
जिले में राकेश यादव, विश्राम सिंह यादव, केपी सिंह यादव, उमेश दीक्षित को विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी देकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था। उन्हें उसी स्तर की सुरक्षा मिली हुई थी। योगी सरकार ने सभी दर्जा प्राप्त राज्यमंत्रियों को हटा दिया। सुरक्षा भी वापस ले ली। यादव परिवार के गांव सैफई का भी वो रुतबा नहीं रहा।
बिजली कटौती शुरू, खनन पर सख्ती
इटावा तहसील मुख्यलाय पर चार घंटे बिजली कटौती की जा रही है तो डिंपल यादव के संसदीय क्षेत्र कन्नौज में 18 घंटे के बजाय17 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। इसी तरह बालू खनन पर भी सरकार बदलने का असर दिख रहा है। कुछ दिनों से बालू खनन में छापामारी तेज हो गई है। मौरंग ले जाने वाले ट्रक सीज किए जा रहे हैं।
लायन सफारी पर अटेंशन हुआ कम
लायन सफारी प्राथमिकता वाली योजनाओं में शुमार है। यहां की हर गतिविधि पर शासन की हमेशा नजर रहती थी। सफारी के शेरों को यदि छींक भी आई तो स्टाफ बीमार हो जाता है। लेकिन, सत्ता परिवर्तन का असर इस प्रोजेक्ट पर भी पड़ा है। अफसरों ने लायन सफारी पर अपना अटेंशन कम किया है।
कन्नौज में प्रोजेक्टों की रफ्तार भी हुई धीमी
कन्नौज में अरबों रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई थी। सबसे प्रमुख आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के समानांतर रोड बनाए जाने का काम चल रहा है। राजकीय इंजीनियरिंग कालेज, ईशन नदी पुल, तिर्वा क्रासिंग पुल, अनौगी में निर्माणाधीन सौर ऊर्जा प्रशिक्षण केंद्र सहित तमाम ऐसे बड़े काम हैं, जिनकी स्पीड कुछ धीमी हुई है। हालांकि अफसरों का कहना है कि सभी में काम चल रहा है। इन प्रोजेक्टों की धनराशि पहले ही भेजी जा चुकी है।