लखनऊ। योगी सरकार अखिलेश यादव के कई ड्रीम प्रोजेक्ट पर हथोड़ा चलाने जा रही है. योगी सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सबसे बड़ी योजना ‘समाजवादी पेंशन योजना’ पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है और इसके पात्रता की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. सोमवार देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह फैसला लिया.
पिछले कुछ दिनों से योगी सरकार चुन-चुन कर अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के शासन के दौरान शुरू की गई योजनाओं को या तो बंद कर रही है या उनमें जांच के आदेश दे रही है. एक तरफ राज्य भर में बनाए साइकिल ट्रैक्स अब इस सरकार के निशाने पर हैं तो दूसरी तरफ समाजवादी पेंशन योजना रोक दी गई है.
समाजवादी पेंशन योजना पर योगी की टेढ़ी नजर
ताजा मामला समाजवादी पेंशन योजना का है यह पेंशन योजना अखिलेश यादव के न सिर्फ ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार था बल्कि इसे अखिलेश यादव ने अपना सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा भी बना रखा था चुनाव के पहले अखिलेश यादव घूम-घूमकर समाजवादी पेंशन योजना को दोगुना करने की बात कर रहे थे लेकिन अब योगी सरकार इस योजना को ही फिलहाल रोकने जा रही है. अखिलेश सरकार समाजवादी पेंशन के तहत महिलाओं को 500 हर माह देती थी जिसे चुनाव के दौरान उन्होंने 1000 रुपये करने का वादा किया था लेकिन योगी सरकार इसे रोक कर कुछ नया करने की तैयारी में है.
साइकिल ट्रैक पर चल सकता है हथौड़ा
कुछ यही हाल अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट साइकिल ट्रैक का भी है. सरकार ने सड़कों के चौड़ीकरण के नाम पर इन साइकिल ट्रैक्स को तोड़ने पर चर्चा कर ली है लेकिन आखिरी तौर पर इस पर फैसला नहीं हुआ है लेकिन जल्द ही साइकिल ट्रैक पर हथौड़ा चलने का आदेश भी जारी हो सकता है.
हट चुकी है अखिलेश की तस्वीर
बता दें कि इससे पहले समाजवादी एंबुलेंस, अखिलेश के तस्वीर वाली राशन कार्ड, समाजवादी नमक, सरीखे कई नाम बदल चुकी है. अब देखना यह है कि योगी सरकार इस पूरी पेंशन योजना को बंद करती है या फिर नए कलेवर में नए नाम के साथ पेश करती है।