लखनऊ । उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने बुधवार को योगी सरकार के शुरुआती कामकाज को लेकर अपने विचार व्यक्त किए हैं। वह कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करने कैलाश भवन सभागार पहुंचे थे। राज्यपाल ने कहा कि नव नियुक्त मंत्रियों को चाय पर बुलाया था। सबसे अनुभव साझा किया और सही ढंग से सरकार चलाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मंत्री यूपी की जनता की मंशा के अनुरूप काम करें। अब विधायकों को सरकार के साथ मिलकर काम करने और यूपी को विकास की राह पर लेने का मंत्र देंगे।
सीएम योगी के थाने पहुंचने पर ये कहा
राज्यपाल ने कहा कि पहले की तरह समय-समय पर सरकार के कामकाज की समीक्षा करते रहेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के लखनऊ के हजरतगंज थाने पहुंचने और निरीक्षण को राज्यपाल ने सकारात्मक बताया। कहा कि मुख्यमंत्री कानून और नियम बनाते हैं, इसका निचले स्तर पर अनुपालन हो रहा या नहीं, इसकी जानकारी जरूर ली जानी चाहिए। इसका असर समग्र कानून व्यवस्था पर पड़ेगी। थानों को दुरुस्त और साफ-सुथरा रखा जाएगा। पीड़ियों को त्वरित न्याय मिलेगा।
सरकार की शुरूआत अच्छी
राज्यपाल ने कहा कि सरकार की शुरूआत अच्छी है। सरकारी दफ्तरों में पान मसाला, तंबाकू खाने पर रोक लगी। महिला सुरक्षा पर बड़ा कदम उठाया गया। कानून-व्यवस्था में सुधार प्राथमिकता पर है। बूचड़ खाने बंद किए जाने से संबंधित सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि यह भाजपा के घोषणा पत्र का हिस्सा है। अब पार्टी की सरकार बनी है। सरकार इस पर अमल करके बूचड़ खाने बंद करा रही है। इसमें मानक भी देखा जा रहा है। सरकार ने भरोसा दिलाया है कि कुछ गलत नहीं होगा। जो कोई पक्ष रखेगा, उस पर न्यायोचित कार्रवाई होगी।
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट की पहल का स्वागत
अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद से संबंधित विवाद को सुलह-समझौते से सुलझाने की सुप्रीम कोर्ट की पहल का राज्यपाल ने स्वागत किया। साथ ही कहा कि दोनों पक्षों को मिलकर समस्या का समाधान निकालना चाहिए। ऐसा हुआ तो अच्छा संदेश जाएगा। सामाजिक समरसता और बढ़ेगी। यदि मामला लटका तो सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई जारी रखने की बात कही है।
30 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव
यूपी के नव निर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह 28 और 29 मार्च को होगा। 30 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। इसी दौरान विधायकों को सरकार के साथ मिलकर काम करने का मंत्र दिया जाएगा। सरकार और विपक्ष को बताया जाएगा कि जनादेश का सम्मान करें। विधानसभा में चर्चा करें और सरकार को पारदर्शी तरीके से चलाएं। इसके लिए विधायकों को प्रशिक्षण दिलाने की योजना है। विपक्ष को आवाज बुलंद करने का मौका मिले, यह व्यवस्था भी सरकार को सुनिश्चित करनी चाहिए।