नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद कई राज्यों में स्कूल-काॅलेज खुलने शुरू हो गए है। इस कड़ी में दिल्ली विश्वविद्यालय भी कल यानि बुधवार से खुलने जा रहा है। हालांकि, यह कक्षाएं केवल फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स के लिए ही 50 फीसदी क्षमता के साथ ऑफलाइन संचालित की जाएगी। लेकिन इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी। वहीं कैंपस को खोलने से पहले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने कुछ निर्देश जारी किए थे।
आयोग के निर्देश के मुताबिक, हेल्थ की मॉनिटरिंग और किसी भी बीमारी के मामले में तुरंत रिपोर्टिंग, आरोग्य सेतु ऐप का उपयोग जहां सुविधाजनक हो, नियमित अंतराल पर हाथ धोना और छह फीट की सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने जैसे कुछ उपायों का पालन किया जाना चाहिए। यूजीसी ने इन सभी निर्देशों का सख्ती से पालन करने के निदे्रश दिए थे। यूजीसी के साथ-साथ विश्वविद्यालय ने कोरोना वायरस के चलते जरूरी गाइडलाइंस जारी की है।
यूजी और पीजी अंतिम वर्ष के स्टूडेंट्स को कल से प्रैक्टिकल और पुस्तकालय कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी। डीयू द्वारा केवल वही प्रयोग, प्रैक्टिकल जो आगामी सेमेस्टर के लिए आवश्यक हैं और आयोजित किए जाएंगे। वहीं टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ को कोविड-19 टीकाकरण की दोनों खुराक जल्द से जल्द लेनी होगी।
छात्र-छात्राएं जो कॉलेज, विभागों, विश्वविद्यालय आ रहे हैं, उन्हें कोविड-19 टीकों की कम से कम एक खुराक मिलनी चाहिए। हालांकि, छात्रावास में रहने वाले छात्र-छात्राओं को कोविड-19 की दोनों डोज लेनी होगी। यूजी और पीजी दोनों पाठ्यक्रमों के लिए थ्योरी कक्षाएं अगली अधिसूचना तक ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी। लाइब्रेरी में जाने के लिए छात्र-छात्राओं को संबंधित स्लॉट लेना होगा। छात्रों को ध्यान देना चाहिए कि ऑफलाइन कक्षाओं में भाग लेना वैकल्पिक है। इन कक्षाओं में उपस्थिति अनिवार्य नहीं है।