दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की वह मांग कि राजधानी में होनेवाले नगरपालिका चुनाव में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया जाए इस पर समाजसेवी अन्ना हजारे ने तीखा हमला किया है।
बुधवार को अन्ना ने कहा कि जो लोग इलैक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन को शक की निगाहों से देख रहे हैं वह देश को पीछे धकेलने की कोशिश कर रहे हैं। एक समाचार चैनल के साथ बात करते हुए अपनै पैतृक गांव रालेगन सिद्धि में अन्ना ने कहा कि फिर से चुनाव के दौरान बैलट पेपर की मांग करना सही नहीं है।
उन्होंने कहा, “ईवीएम को नहीं हटाया जाना चाहिए। जो लोग इस पर शक कर रहे हैं वह देश को पीछे की ओर लेकर जाना चाहते हैं। आज जब दुनिया तेजी से आगे बढ़ रही है ईवीएम ही उस ओर जाने का रास्ता है।”
अन्ना ने आगे कहा कि बैलेट पेपर के जरिए चुनाव में बड़ी सिरदर्दी थी और काफी समय लगता था। उसमें काफी समय लगता था और पोलिंग बूथों लोगों की पर लंबी लाईनें होती थी। यहां तक की मतगणना की शुरूआत करने से पहले सभी बैलेट बॉक्स से पेपर बैलट्स निकालकर पहले मिक्स्ड करना पड़ता था। इस पूरी प्रक्रिया में घंटों लग जाते थे। हालांकि, हजारे ने केन्द्र सरकार और चुनाव आयोग से अपील करते हुए कहा है कि वह चुनाव के दौरान टोटलाइजर मशीन का इस्तेमाल करें।
उन्होंने कहा कि टोटलाइजर के जरिए यह पता लगाने असंभव हो जाएगा कि अलग-अलग बूथों पर कितने वोट पड़े। क्योंकि जब उम्मीदवार यह पता लगा लेते हैं कि कौन से इलाके में उनके पक्ष में वोट नहीं दिया गया उसके बाद वह वहां के लोगों को बेवजह परेशान करते हैं।