लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीनों कानून वापस लिए जाने के ऐलान के बाद संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत राजधानी लखनऊ के ईको गार्डन मैदान में हो रही है। जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, जोगेन्दर सिंह उग्राहा, किसान संघर्ष समिति के महासचिव आशीष मित्तल, दर्शन पल सिंह, योगेंद्र यादव समेत कई बड़े नेता हिस्सा ले रहे है।
महापंचायत में आगे की रणनीति तय की जाएगी। पंचायत को लेकर लखनऊ पुलिस अलर्ट पर है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। वहीं आसपास के जिलों से आने वाले किसान नेता नजरबंद कर दिया गया है। उन्हें रोक दिया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा के डॉ. दर्शनपाल सिंह ने कहा कि 2022 में भाजपा को सबक सिखाओ। जो बंगाल में ताकत दिखाई वो यूपी में भी दिखाएंगे। किसान नेता राकेश टिकैट ने आंदोलन के दौरान मृत 750 किसानों को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग की। उन्होंने इस दौरान मांग की कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त किया जाए। एमएसपी पर कानून बनाओ। 750 किसानों की मृत्यु हुई उनका ध्यान रखा जाए। दूध के लिए भी एक नीति आ रही है उसके भी हम खिलाफ है, बीज कानून भी है। इन सब पर बातचीत करना चाहते हैं।
राकेश टिकैत ने बीजेपी और असदुद्दीन ओवैसी पर भी हमला बोला। टिकैत ने कहा कि बीजेपी और असदुद्दीन ओवैसी चाचा-भतीजे हैं। ये चाचा-भतीजे की पार्टी चाचा-भतीजे की पार्टी की बात है। भतीजा मांग ले तो चाचा सीएए भी वापस कर लेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य दिये जाने की गारंटी का मसला हल नहीं हुआ है। किसानों को केन्द्र सरकार से इस बारे में कोई आश्वासन नहीं बल्कि एक्शन चाहिए।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेंद्र यादव ने कहा है कि यूपी में आंदोलन से पहले ही सरकार ने तीन कृषि कानून को वापस लेने का ऐलान कर दिया है, इसलिए जीत का जश्न है और किसानों में आगे की जंग का जज्बा भी है। किसान महापंचायत में शामिल ऑल इंडिया किसान सभा के नेता हन्नान मुल्ला ने कहा कि हमने पहले ही बताया था कि हमारी मांग का एक हिस्सा स्वीकार किया है। एमएसपी स्वीकार नहीं किया है, और भी कुछ मांग हैं, जब तक वो नहीं पूरा होगा वैसे ही आंदलोन जारी रहेगा।
रायबरेली में किसान नेताओं को जिला प्रशासन ने हाउस अरेस्ट कर लिया है। किसान नेता अपने पंद्रह सौ साथियों के साथ इसमें भाग लेने वाले थे। शहर के मलिकमऊ आइमा निवासी भाकियू जिलाध्यक्ष संतोष कुमार को पुलिस ने घर में ही नजरबंद कर दिया। वहीं भाकियू की किसान महापंचायत की वजह से कानपुर रोड पर दरोगा खेड़ा, स्कूटर्स इण्डिया चैराहा, सरोजनीनगर, नादरगंज व पुरानी चुंगी तक सुबह से भीषण जाम से राहगीर परेशान है।