नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन औषधि दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हिस्सा लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के मालिकों और योजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन औषधि केंद्र के लाभार्थियों से बात करते हुए कहा कि जन-औषधि केंद्र तन को औषधि देते हैं, मन की चिंता को कम करने वाली भी औषधि हैं और धन को बचाकर जन-जन को राहत देने वाले केंद्र भी हैं। दवा का पर्चा हाथ में आने के बाद लोगों के मन में जो आशंका होती थी कि, पता नहीं कितना पैसा दवा खरीदने में खर्च होगा, वो चिंता कम हुई है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने कैंसर, टीबी, डायबिटीज, हृदयरोग जैसी बीमारियों के इलाज के लिए जरूरी 800 से ज्यादा दवाइयों की कीमत को भी नियंत्रित किया है। सरकार ने ये भी सुनिश्चित किया है कि स्टंट लगाने और घुटना प्रत्यारोपण की कीमत भी नियंत्रित रहे।
पीएम मोदी ने कहा कि हमने तय किया है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस लगेगी।