नई दिल्ली : आतंकवादी संगठन आईएसआईएस (ISIS) कब्जे से छूटकर केरल के पादरी टॉम उजहूनालिल (father tom uzhunnalil) गुरुवार सुबह दिल्ली पहुंच गए है. भारत सरकार ने उन्हें 12 सितंबर को आईएसआईएस से रिहा करा लिया था. टॉम उजहूनालिल को आतंकियों ने मार्च 2016 में अगवा करके बंधक बना लिया था. अपने देश पहुंचने पर टॉम उजहूनालिल ने संवाददाताओं से मुखातिब होते हुए कहा कि वह देश लौटकर बहुत खुश है. जिन लोगों ने भी मेरी रिहाई के लिए कोशिशें कीं, उनका मैं आभारी हूं.
ताजा खबरों के अनुसार टॉप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए पहुंच गए हैं. फादर टॉम को आतंकी संगठन ने 4 मार्च 2016 को यमन के अदर्न शहर से अगवा किया था. उन्हें एक ओल्ड ऐज केयर होम पर हमले के दौरान अगवा किया गया था. उस हमले में 15 लोग मारे गए थे. इस घटना के बाद केरल के एक प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिलकर फादर टॉम की रिहाई की मांग की थी.
पिछले दिनों एक वीडियो के माध्यम से फादर टॉप ने खुद को बचाने की गुहार भी की थी. इस वीडियो में उन्होंने प्रणब मुखर्जी, नरेंद्र मोदी, पोप फ्रांसिस और क्रिश्चियन कम्युनिटी से खुद की रिहाई के लिए अपील की थी. गौरतलब है कि फादर टॉम केरल के कोयट्टम जिले के रामापुरम के रहने वाले हैं.
फादर टॉम को केरल के चर्च ने फादर टॉम को 2010 में भेजा गया था. उजहूनालिल कुडुम्ब योगम के ट्रेजरर ने बताया कि 5 साल का टर्म खत्म होने पर चर्च ने उनसे तब तक वहां रुकने के लिए कहा, जब तक कोई दूसरा आकर उनका चार्ज ना संभाल ले.
फादर को बचाने के लिए केरल के 60 बच्चों ने भी पीएम नरेंद्र मोदी को लेटर लिखा था. चार से पांच साल की उम्र वाले ये बच्चे कोच्चि के पास कुमबलांगी स्थित सेक्रेड हार्ट चर्च से जुड़े हुए थे. फादर की रिहाई के लिए केरल के कई हिस्सों में प्रार्थना भी की गई थी.