लखनऊ। गोरखपुर के मधुसूदन त्रिपाठी और इलाहाबाद हाईकोर्ट के पांचूराम मौर्य को यूपी बार काउंसिल का अध्यक्ष चुना गया है। लखनऊ के जय नारायण पांडेय को उपाध्यक्ष चुना गया है। अध्यक्ष चुने गए मधुसूदन और पांचू राम का कार्यकाल छह-छह महीने का रहेगा।
सभी 25 सदस्यों ने किया वोट
यूपी बार काउंसिल का चुनाव रविवार को कराया गया। शांतिपूर्ण संपन्न हुए काउंसिल के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में यूपी बार काउंसिल के सभी 25 सदस्यों ने वोट दिए। इनमें महाधिवक्ता अजय मिश्र भी शामिल थे। अध्यक्ष पद के लिए अमरेंद्र नाथ सिंह, इमरान माबूद खान, बलवंत सिंह, मधुसूदन त्रिपाठी और पांचूराम मौर्य ने नामांकन किया था। बाद में इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे अमरेंद्र नाथ सिंह व इमरान माबूद खान ने अपने नाम वापस ले लिए थे।
मधुसूदन और पांचूराम को मिले बराबर 13-13 वोट
यूपी बार काउंसिल के चुनाव में मधुसूदन त्रिपाठी और पांचूराम मौर्य को 13-13 मत मिले हैं। इसलिए एक साल के कार्यकाल को छह-छह महीने बराबर बांटा गया है। यूपी बार काउंसिल के निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने दोनों को संयुक्त रूप से अध्यक्ष घोषित किया है।
पहले छह माह मधुसूदन त्रिपाठी रहेंगे अध्यक्ष
पहले 6 महीने यानी 1 अगस्त 2022 से 31 जनवरी 2023 तक मधुसूदन त्रिपाठी अध्यक्ष रहेंगे। जबकि पांचूराम मौर्य 1 फरवरी 2023 से 31 जुलाई 2023 तक अध्यक्ष पद पर रहेंगे।
उपाध्यक्ष पद पर जय नारायण पांडेय को 14 और शिव किशोर गौड़ को 12 मत मिले थे। इस प्रकार उपाध्यक्ष पद पर जय नारायण पांडेय को विजयी घोषित किया गया। उनका कार्यकाल 1 अगस्त 2022 से 31 जुलाई 2023 तक रहेगा। यूपी बार काउंसिल बार वकीलों को पंजीकरण लाइसेंस देती है। वकीलों के खिलाफ शिकायतों की सुनवाई भी करती है। उनके खिलाफ एक्शन भी लेती है।