नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष एवं कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कन्हैया कुमार और गुजरात से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इसके साथ उन्हें लेकर लगाए जा रहे कयासों पर भी विराम लग गया है।
दरअसल राहुल गांधी इन दिनों चुनावी रणनीतिकार प्रयाांत किशोर की सलाह पर युवा नेताओं की नई टीम बना रहे हैं। कन्हैया कुमार की कांग्रेस में इसी टीम राहुल में हुई है। माना जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें बिहार में अपना चेहरा बनाएगी। कांग्रेस उनमें अगले लोकसभा चुनाव में अपना खेवनहार देख रही है। साथ ही कांग्रेस कन्हैया का उपयोग आने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में भी करेगी।
कन्हैया कुमार ने इस दौरान कांग्रेस को देश की सबसे पुरानी और लोकतांत्रिक पार्टी बताते हुए कहा कि कांग्रेस नहीं तो देश नहीं है। देश को महात्मा गांधी के विचारों, भगत सिंह की वीरता और बाबसाहेब भीमराव अंबेडकर के संविधान की आवश्यकता है।