लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के नौरंगिया टोला गांव में बुधवार रात हल्दी की रस्म के दौरान कुएं पर लगी स्लैब अचानक टूट जाने से 13 महिलाओं और लड़कियों के मृत्यु हो गई है। कुशीनगर जिला प्रशासन ने इस हादसे में मृतक आश्रितों को चार-चार लाख रुपया आर्थिक सहायता देने की घोषणा करने के साथ ही घायलों के निशुल्क इलाज की भी व्यवस्था की है। इसके साथ ही कुंआ में एसडीआरएफ की टीमें अभी भी शवों की तलाश में हैं।
कुशीनगर के डीएम एस. राजलिंगम ने बताया कि कुशीनगर के नौरंगिया टोला गांव में बुधवार रात स्लैप से ढका पुराना कुआं पर हो रहे पूजा-पाठ के दौरान वहां पर बच्चे और महिलाएं बैठे हुए थे। इस दौरान स्लैप नीचे चला गया और मलबा उनके ऊपर गिर गया। 13 लोगों की मौत हुई है और तीन लोगों की हालत गंभीर है। प्रत्येक मृतक के परिवार के लोगों को चार-चार लाख रुपए आर्थिक सहायता दी जाएगी।
एडीजी गोरखपुर जोन अखिल कुमार भी कुशीनगर में कैंप कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मौके पर राहत कार्य जारी है। एसडीआरएफ की टीमों का कुंआ में तलाशी अभियान जारी है। मृतकों में महिलाओं के साथ बालक व बालिकाएं भी हैं। घटना के समय सभी लोग एक परिवार में हल्दी की रस्म के उत्सव में चल रहा डांस देख रहे थे। कई थानों की पुलिस ने रेस्क्यू आपरेशन कर घायलों व शवों को बाहर निकाला।
बताया जा रहा कुंए में दो-ढाई फीट तक पानी था। एक के ऊपर एक गिरने से हादसा गंभीर हो गया। कुशीनगर हादसे के मृतकों के परिवार के लोगों को दो-दो लाख रुपया और घायलों को 50-50 हजार की सहायता पीएम रिलीफ फंड से दी जाएगी। जिला प्रशासन से मृतकों के परिवार के लोगों को दो-दो लाख रुपया तथा घायलों को 50-50 हजार की सहायता मिलेगी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर अपनी संवेदना व्यक्त की है। राष्ट्रपति ने कहा कि यूपी के कुशीनगर में हुए हादसे में महिलाओं और बच्चों समेत कई लोगों की मृत्यु का दुरूखद समाचार सुनकर व्यथित हूं। इस दर्दनाक हादसे में अपने परिवार के लोगों ड्ढको खोने वाले सभी शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहन संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।