लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कस्बे में प्रदर्शन कर रहे किसानों को रविवार दोपहर एक चौपहिया वाहन ने रौंद दिया था। जिसमें अब तक आठ लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए है। मृतकों में चार किसान और चार बीजेपी के समर्थक बताए जा रहे है। जिसको लेकर यूपी में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। विपक्षी दल सहित किसान संगठन लखीमपुर जाने का ऐलान कर दिया है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवास के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा है और उन्हें लखीमपुर जाने से रोका गया है। जिसके बाद वह अपने घर के सामने धरने पर बैठ गए हैं। वहीं खबर का रहीं है कि सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस की गाड़ी फूंकी दी है और अखिलेश यादव कार्यकर्ताओं से शांति बनाएं रखने की अपील कर रहे है। वहीं हीं सतीश चंद्र मिश्रा को भी लखनऊ आवास में नज़रबंद कर लिया गया। प्रियंका गांधी को सीतापुर पुलिस ने हरगांव में उन्हें सुबह 4 बजे गिरफ्तार कर लिया।
रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी सोमवार को लखीमपुर खीरी जाएंगे। पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि लखीमपुर की घटना पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। वे पीड़ित परिवार वालों से मिलने के लिए सोमवार को लखीमपुर जा रहे हैं। घटना के विरोध में आम आदमी पार्टी सोमवार को सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करेगी। लखीमपुर खीरी जा रहे चंद्रशेखर आजाद को पुलिस ने सीतापुर के खैराबाद टोल प्लाजा पर रोक लिए। उन्हें गिरफ्तार कर सीतापुर पुलिस लाइन में बैठा लिया गया। जबकि छत्तसीगढ़ के सीएम भूपेश बघेल व पंजाब के उप मुख्यमंत्री को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोकने का निर्देश जारी किया गया है।
गोंडा में पूर्व विधायक बैजनाथ दूबे के घर के बाहर फोर्स तैनात की गई है। वहीं सपा नेता सूरज सिंह की गतिविधियों पर भी पुलिस नजर बनाए हुए हैं। शिवपाल यादव लखीमपुर के लिए निकल गए हैं। जबकि रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को दिल्ली से लखीमपुर खीरी जाते हुए उनका काफिला गढ़ टोल से निकला। सूचना मिलते ही गढ़ पुलिस भी दौड़ पड़ी।
अखिलेश यादव ने लखीमपुर की घटना को लेकर कहा कि सरकार सच छिपा रही है। किसानों की मांगें जायज हैं, लंबे समय से वह आंदोलन कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों पर जुल्म कर रही है, गृह राज्य मंत्री इस्तीफा दे, मृतक के परिवारीजनों को 2-2 करोड़ मुआवजा दिया जाए।
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा कि लखीमपुर खीरी की हृदय-विदारक घटना में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से सख्त कार्यवाही करने का निवेदन करता हूं।
बता दें कि लखीमपुर की घटना के बाद प्रियंका गांधी रविवार रात 9.15 बजे लखनऊ पहुंच गईं। अमौसी हवाई अड्डे से वह सीधे गोखले मार्ग स्थित कौल हाउस पहुंचीं जहां सलाहकारों से विचार विमर्श के बाद कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ रविवार देर रात ही लखीमपुर जाने के लिए निकलीं। जैसे ही प्रियंका की गाड़ी कौल हाउस से निकली तो पुलिस ने उसे रोक दिया। तमतमाई प्रियंका गाड़ी से उतरीं और पुलिस अधिकारियों से उनकी झड़प हुई। इसके बाद वह बारिश और बूंदाबांदी के बीच बालू अड्डे तक पैदल गईं। उनके पीछे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम था। बालू अड्डा चौराहे पर वह इनोवा में बैठकर लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं। उनके वाहन के पीछे कांग्रेसी नेताओं की गाड़ियों का काफिला था।