लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ललितपुर के पाली थाने में नाबालिग रेप पीड़िता के साथ रेप करने के आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज को प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज पर थाने के अंदर नाबालिक से दुष्कर्म का आरोप है। पुलिस इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज पर मुकदमा दर्ज होते ही फरार हो गया था। उसे निलंबित किया जा चुका है। यूपी महिला आयोग ने भी ललितपुर घटना पर संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
रेप पीड़िता के साथ थाने में घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को ललितपुर पहुंचे और रेप पीड़िता के साथ ही उसके परिजनों से मुलाकात की। अखिलेश ने इस दौरान योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ललितपुर में एक बेटी के साथ हुए दुष्कर्म के खिलाफ अगर आज हम सब एक साथ खड़े नहीं हुए तो बेलगाम हो चुकी कानून-व्यवस्था हम सबके दरवाजे तक पहुँच जाएगी। भाजपा सरकार ने पुलिस का राजनीतिक दुरुपयोग कर इंसाफ को थानों में गिरवी रख दिया है। ऐसी सरकार से न्याय की अपेक्षा बेमानी है।
ललितपुर में एक बेटी के साथ हुए दुष्कर्म के ख़िलाफ़ अगर आज हम सब एक साथ खड़े नहीं हुए तो बेलगाम हो चुकी क़ानून-व्यवस्था हम सबके दरवाज़े तक पहुँच जाएगी।
भाजपा सरकार ने पुलिस का राजनीतिक दुरुपयोग कर इंसाफ़ को थानों में गिरवी रख दिया है। ऐसी सरकार से न्याय की अपेक्षा बेमानी है। pic.twitter.com/aw5NlGu63z
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 4, 2022
बता दें कि ललितपुर जिले के पाली थाना इंचार्ज सहित 6 लोगों पर एक 13 वर्षीय नाबालिग किशोरी के साथ सामूहिक रेप का आरोप लगा है। मामले में चाइल्ड लाइन की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता दिखाते हुए पाली थाना इंचार्ज तिलक धारी सरोज सहित 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करावाया था।
पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक के अनुसार, पाली थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली एक 13 वर्षीय किशोरी को उसके ही गांव में रहने वाले 4 लड़के 22 अप्रैल को बहला फुसलाकर भोपाल ले गये थे। जहां उसके साथ तीन दिनों तक सामूहिक रेप की घटना को अंजाम दिया गया। तीन दिन बाद चारों आरोपियों ने नाबालिग किशोरी को पाली थाने में पहुंचाकर थाना इंचार्ज के सुपुर्द कर फरार हो गये थे।