लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सड़कों के गड्ढे भरने का अभियान आज से शुरू हो गया है। इस बीच बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने प्रदेश की खस्ताहाल सड़कों पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि सड़कें लोगों की बुनियादी जरूरत और विकास से जुड़ी हैं। सूबे की सड़कों की हालत अब यह हो गई है कि लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि सड़कों में गड्डा है या गड्डे में सड़क। सरकार को इस पर कुछ करना चाहिए।
मायावती ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि यूपी में कानून व स्वास्थ्य व्यवस्था की तरह ही यहां की सड़कों की भी दुर्दशा व ख़स्ताहाली से आमजनजीवन काफी बेहाल है। गड्डों में पानी भर जाने से सड़क हादसों व इसमें होने वाली दर्दनाक मौतों की ख़बरों से अख़बार भरे पड़े हैं। यह अति-दुःखद व सरकार की विफलता का जीता-जागता प्रमाण।
1. यूपी में कानून व स्वास्थ्य व्यवस्था की तरह ही यहाँ के सड़कों की भी दुर्दशा व ख़स्ताहाली से आमजनजीवन काफी बेहाल है तथा गड्डों में पानी भर जाने से सड़क हादसों व इसमें होने वाली दर्दनाक मौतों की ख़बरों से अख़बार भरे पड़े हैं, यह अति-दुःखद व सरकार की विफलता का जीता-जागता प्रमाण।
— Mayawati (@Mayawati) September 15, 2021
उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में योगी आदित्यनाथ सरकार को सलाह देते हुए लिखा कि सड़कें लोगों की बुनियादी ज़रूरत व विकास से विशेषता जुड़ी हुई हैं तथा इनके बारे में भी सरकार चाहे जितने भी नारे व दावे कर ले, लेकिन यूपी के सड़कों की हालत फिर से इतनी ज्यादा खराब हो गई हैं। लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि सड़कों में गड्डा है या गड्डे में सड़क। सरकार ध्यान दे।
2. सड़कें लोगों की बुनियादी ज़रूरत व विकास से विशेषतः जुड़ी हुई हैं तथा इनके बारे में भी सरकार चाहे जितने भी नारे व दावे कर ले लेकिन यूपी के सड़कों की हालत फिर से इतनी ज्यादा खराब हो गई हैं कि लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि सड़कों में गड्डा है या गड्डे में सड़क। सरकार ध्यान दे।
— Mayawati (@Mayawati) September 15, 2021
बता दें कि यूपी में बुधवार से सड़कों पर गड्डा मुक्त अभियान शुरू को गया है। जिसके लिए 283 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे है। सड़कों के गड्ढे भरने के बाद उनका दो चरणों में सत्यापन किया जाएगा।