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संवाददाता आशीष कुमार गौड़
सीतापुर/अनूप पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के स्वच्छग्रहियो की राह अब तक आसान होती नही दिख रही कही वर्ष 2017 से बराबर संघर्षरत स्वच्छाग्रहीय अपनी रोजी रोटी के लिए दर दर भटकते आज भी देखे जा रहे है और अपनी मांगों को लेकर अनेकों प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की परंतु आश्वासन के सिवा दूसरा कोई विकल्प हाथ नही लगा मंत्री कौसल किशोर मंत्री सुरेश राही और फिर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक तक स्वच्छाग्रहियो का संगठन पदाधिकारी पहुँचकर अपनी ब्यथा को सुनाते रहे है परंतु अब तक कोई भी संतोषजनक कार्यवाही न होने से मायूसी ही हाथ लगी है आपकी जानकारी के लिए बता दे स्वच्छ भारत मिशन के तहत वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में लगभग कुल अठावन हजार स्वच्छग्रहियो का चयन जिला कमेटी के द्वारा किया गया था जिसके कुछ दिनों काम मिलने के बाद किनारे कर अपने करीबियों को काम सौपने का काम ब्लाक स्तर पर किया जाने लगा जिससे स्वच्छग्रहियो को आज दर बदर भटकने को मजबूर होना पड़ा और आज भी स्वछग्रही अपने जायज मांग नियोजन और मानदेय संबंधी समस्या को लेकर जूझते हुए देखे जा रहे है परंतु आज तक मायूसी ही हाथ लगी है