मेरठ। मेरठ में नगर निगम बोर्ड की बैठक में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। बैठक में पार्षदों ने विकास कार्यो की अनदेखी का आरोप लगाकर बहिष्कार की घोषणा कर दी। उसके बाद सैकड़ों सफाई कर्मचारी नगर निगम की बैठक में घुस गए। हंगामा इस कदर हुआ कि अफरातफरी के बीच निगम अधिकारियों को बैठक से भागना पड़ गया। इस दौरान कई अधिकारियों पर पानी की बोतलें भी फेंकी गई। अधिकारी जैसे तैसे बोर्ड बैठक छोड़कर बाहर निकले।
हंगामे के बीच मेयर सुनीता वर्मा ने कल तक के लिए बैठक को स्थगित कर दिया है। बैठक शुरू होते जी पार्षदों के तेवर काफी सख्त गए। विकास कार्यों की अनदेखी और सफाई कर्मचारियों के मानदेय, घोटाले आदि को लेकर पार्षदों ने निगम अधिकारियों को जमकर घेरने की कोशिश की। मेयर और नगर आयुक्त से जवाब मांगा। इस दौरान कई बार हंगामे की स्थिति रही। एक बार तो भाजपा पार्षद और बसपा सपा कांग्रेस के पार्षद भी आमने-सामने आ गए।
बैठक किसी तरह दोबारा शुरू हुई तो मेयर समर्थक पार्षदों ने विकास कार्यो की अनदेखी का आरोप लगाकर बहिष्कार का ऐलान कर दिया। आधा सदन खाली होते ही मेयर ने बैठक को स्थगित करने की घोषणा कर दी। हालांकि नगर आयुक्त और अन्य अधिकारी, भाजपा पार्षद बैठे रहे। इसी बीच सैकड़ों सफाई कर्मचारी बैठक में घुस गए। जमकर हंगामा करने लगे। नगर निगम अधिकारियों को वहां से भागना पड़ गया। इस दौरान भाग रहे अफसरों पर पानी की बोतलें फेंकीं गईं।