कांग्रेस ने अपना कुनबा बचाने की कवायद तेज कर दी है और इसी कड़ी में पार्टी के गुजरात से 44 कांग्रेसी विधायकों को बेंगलुरु भेजा रहा है। बता दें कि 8 अगस्त को राज्यसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में पिछले 24 घंटों में कांग्रेस को पार्टी के 6 विधायकों से हाथ धोना पड़ गया है जो कि पार्टी के लिए राज्यसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका माना जा रहा है।
कांग्रेसी विधायक शैलेश पामर ने कहा कि बीजेपी अपनी कमियों को छुपाने के लिए पैसे और पुलिस के बल पर कांग्रेसी विधायकों पर पार्टी से इस्तीफा देने का दवाब बनाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी अपने इस कार्य में सफल न हो, इसलिए पार्टी के 44 विधायकों को गुजरात से बेंगलुरु के लिए रवाना किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को कांग्रेस के तीन विधायकों ने पार्टी छोड़ दी थी और शुक्रवार को भी कांग्रेस के तीन विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे बीजेपी का हाथ थाम लिया। इसमें छनाभाई चौधरी, रामसिंह परमार और मान सिंह चौहान ने पार्टी को अलविदा कह दिया।
वहीं, जामनगर ग्रामीण से विधायक राघव सिंह पटेल ने कहा है कि वह अगला चुनाव कांग्रेस से नहीं लड़ेंगे और जब बीजेपी कहेगी, तब इस्तीफा दे देंगे। विधायकों की इस टूट से पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के राज्यसभा पहुंचने की राह मुश्किल होती दिख रही है।
बता दें कि 8 अगस्त होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और बीजेपी नेता स्मृति ईरानी अपना नामांकन करवा चुके हैं। लेकिन ऐसे में कांग्रेस को अपने कुनबे की फ्रिक हो रही है।