मुंबई। भाजपा सरकार के केंद्रीय राजस्व मंत्री नारायण राणे का महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को ‘कान के नीचे रख देने की’ टिप्पणी को लेकर मामला गर्माता जा रहा है। राणे के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की गई है। युवा सेना की ओर से मंगलवार को पुणे शहर के चतुरशृंगी पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 153 और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
शिवसेना और बीजेपी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए हैं। यहां तक की यह नौबत आ गई कि पुलिस को अलग करने के लिए लाठियां तक भाजनी पड़ी।
मंत्री नारायण राणे को जहां एक तरफ तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ
राणे को FIR के बारे में कोई जानकारी नहीं। इस बात का दावा उन्होंने खुद किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें गिरफ्तारी को लेकर कोई सूचना नहीं मिली है और उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है।
नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने कहा कि शिवसेना नासिक प्रमुख ने कल रात शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी दर्ज शिकायत में कहा कि नारायण राणे का सीएम के खिलाफ बयान से उन्हें आहत किया है। इससे कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है।
श्री पांडे के बताया कि जिसके बाद इसको ध्यान में रखते हुए नासिक साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मामला है। केंद्रीय मंत्री को पकड़ने के लिए यहां से एक टीम भेजी गई है। वह जिस भी जगह पर होंगे उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा। हम कोर्ट के फैसले का पालन करेंगे।
केंद्रीय मंत्री राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में सीएम उद्धव ठाकरे देश की आजादी को कितने साल हुए हैं। यह भूल गए थे। उन्होंने दावा करने हुए कहा कि भाषण के बीच में सीएम अपने सहयोगियों से पूछ रहे थे कि स्वतंत्रता दिवस को कितने साल हुए हैं।
बात दें कि केंद्रीय मंत्री राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान यह बातें कहीं। उन्होंने उस दौरान कहा कि अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता। जिसके बाद मामला तूल पकड़ता गया।