बहराइच/NOI-उत्तर प्रदेश। बहराइच जिले के नानपारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्टाफ नर्स नेहा वर्मा पर मारपीट व 3000 रुपए मांगने का संगीन आरोप लगाया गया। खैरीघाट निवासी बेबी नाज (अशाबहु) का आरोप है कि स्टाफ नर्स नेहा वर्मा ने पहले तो डिलीवरी कराने के 3000 रुपए की मांग की जिसे न देने पर उन्होंने बेबी नाज़ को बोतल खींच कर मार दिया। पीड़िता की माने तो इसी लापरवाही के कारण जन्मे बच्चे की मौत हो गयी। शगुन के नाम पर मांगे गए 3000 रुपए न देने के कारण बच्चे की हुई मौत।
नानपारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि स्टाफ नर्स नेहा वर्मा ने शगुन के तौर पर 3000 रुपए मांगे थे. नहीं मिलने पर बच्चे का इलाज नहीं किया गया. इससे बच्चे की मौत हो गई है. परिजनों के हंगामे के बावजूद व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अधीक्षक डॉ. चन्द्रभान राम को लिखित प्रार्थना पत्र देने के बावजूद भी अभी तक नेहा वर्मा पर कोई कार्यवाई नहीं हुई।
अलीनगर खैरीघाट के रहने वाले रुफियानं की पत्नी नूरमा बानो की प्रसव पीड़ा के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नानपारा में भर्ती कराया गया था. यहां उसकी नॉर्मल डिलीवरी हुई थी. इसके बाद बच्चे की मौत हो गयी।
नेहा वर्मा पर पहले भी लग चुके हैं ऐसे आरोप, राजनैतिक पकड़ की देती है धौंस
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी ऐसे कई आरोप नेहा वर्मा पर लगे हैं। अधीक्षक से लेकर सभी आला अधिकारी मौन रहते हैं। नेहा वर्मा के खिलाफ कभी नहीं हुई कोई कार्यवाई। कई पेशेंट्स को दे चुकी हैं धमकी। सूत्रों की माने तो अधिकारीयों से सांठ-गाँठ की वजह से हमेशा बच जाती हैं नेहा वर्मा।
कब होगी नेहा वर्मा पर कार्यवाई ?
सवाल यह है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नानपारा में स्टाफ नर्स नेहा वर्मा पर कब होगी कार्यवाई? आखिर क्यों हर बार इन्हें मिल जाती है क्लीन चिट। इस बार यह आरोप आशा बहु बेबी नाज़ का है। अब देखना यह होगा कि आखिर कब तक अधिकारी इनपर कार्यवाई करते हैं ?