नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को आपदा प्रतिक्रिया के लिए क्षमता निर्माण पर वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि NDRF अकेला ही हमारी आधी चिंताओं को दूर कर देता है। विज्ञान भवन में आयोजित इस समारोह में शाह ने एनडीआरएफ की खूब तारीफ की।
उन्होंने कहा कि हम जब आपदा प्रबंधन की बात करते हैं तो आपदा प्रबंधन हमारे देश में कोई नई बात नहीं है। आज उत्तराखंड की पहाड़ियों से गंगा को बंगाल तक पहुंचाया गया है तो इससे पता चलता है कि वैज्ञानिक तरीके से इसे बनाया गया है।
NDRF के वार्षिक सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैंने 2001 में गुजरात का भुकंप देखा है उसमें हज़ारों लोगों ने अपनी जान गंवाई। 1999 के उड़ीसा के सूपर साइक्लोन को देखा जिसमें 10,000 से ज़्यादा लोगों की मृत्यु हुई थी आज हम उस मुकाम पर खड़े हैं जहां कितना भी बड़ा साइक्लोन आ जाए हम उससे निपट सकते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि तकनीक और विज्ञान के कारण आज सूचाएं हमें मिल जाती है वैसी स्थिति नहीं है कि अचानक हमें जानकारी मिलती है। हमें समय के पहले सूचनाएं मिलती है। जिस प्रकार की आपदा आने वाली है वहां लोगों को सजग करना जैसे काम पहले किए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि NDRF ने अब दुनियाभर में आपदा के क्षेत्र में अपना सिक्का जमा लिया है। कई बार पड़ोस के देशों में जाकर भी इस फोर्स ने मानवता के लिए कई बड़े काम किए हैं। उन्होंने बताया कि 2016 में पीएम मोदी ने एनडीएमए (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) और एनडीएमपी (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना) शुरू की थी और हम हर तरह की आपदा पर लगातार काम कर रहे हैं। गृह मंत्री के मुताबिक अब तक 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने एसडीआरएफ का गठन किया है।