लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे। इससे पहले केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुशीनगर में स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत विश्व भर के बौद्ध समाज की श्रद्धा, आस्था और प्रेरणा का केंद्र है। आज कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ये सुविधा एक प्रकार से उनकी श्रद्धा को अर्पित पुष्पांजलि है। उन्होंने कहा कि कुशीनगर में भगवान बुद्ध से जुड़े स्थानों को विकसित करने के लिए, बेहतर कनेक्टिविटी के लिए, श्रद्धालुओं की सुविधाओं के निर्माण पर भारत द्वारा आज विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कुशीनगर का विकास उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में है।
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि उड़ान योजना के तहत बीते कुछ सालों में 900 से अधिक नए रूट्स को स्वीकृति दी जा चुकी है। इनमें से 350 से अधिक पर हवाई सेवा शुरू भी हो चुकी है। 50 से अधिक नए एयरपोर्ट या जो पहले सेवा में नहीं थे उन्हें चालू किया जा चुका है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुशीनगर हवाई अड्डे के उद्घाटन पर कहा कि देश में 70 साल में केवल 74 हवाईअड्डे थे। लेकिन 7 साल के अंदर 54 हवाईअड्डे स्थापित हुए है। आज भारत में 128 हवाईअड्डे स्थापित हो चुके हैं। सिंधिया ने कहा कि कुशीनगर में दिल्ली और कुशीनगर के बीच की डायरेक्ट फ्लाइट की शुरुआत 26 नवंबर से होगी। कुशीनगर को 18 दिसंबर को मुंबई के साथ जोड़ा जाएगा और कुशीनगर को कोलकाता के साथ भी जोड़ा जाएगा।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र की एक सभा में कहा था कि जो दूसरे देश युद्ध के लिए तैयार रहते हैं। भारत सदैव गौतम बुद्ध के रास्ते पर अग्रसर होता है। आज हमारे 54 करोड़ बौद्ध धर्म के भक्तों को ये कुशीनगर हवाई अड्डा समर्पित करने के लिए प्रधानमंत्री यहां उपस्थित हैं।