लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले पार्टियों जोड़-तोड़ में जुट गई है। बसपा से निष्कासित विधायक लालजी वर्मा और रामअचल राजभर सोमवार को समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दोनो नेताओं को पार्टी की सदस्यता दी। इनके साथ ही बस्ती के त्रयम्बक नाथ पाठक, महेश सिंह, रामकरन चैरसिया, अरविंद सिंह और प्रवीन पाठक अपने समर्थकों के साथ सपा का दामान थाम लिया।
सपा का समर्थन करने वाले अन्य दलों के सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं का हार्दिक आभार।#बाइस_में_बाइसकिल pic.twitter.com/l8L9U4iEsP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 24, 2021
बता दें कि लालजी वर्मा और रामअचल राजभर ने करीब एक महीना पहले ही समाजवादी पार्टी कार्यालय में अखिलेश यादव से भेंट की थी। जिसके बाद यह कायास लगाए जाने लगे थे कि दोनो नेता सपा में शामिल हो सकते है। लेकिन अखिलेश यादव ने इसे एक शिष्टाचार भेंट बताया था।
राम अचल राजभर अकबरपुर से पांच बार विधायक चुने गए हैं। राजभर बड़े कद के नेता हैं। मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय महासचिव भी रहे हैं। लालजी वर्मा अम्बेडकरनगर के कटहरी से बसपा के विधायक हैं। वह भी बड़े कद्दावर नेता हैं। मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे लालजी वर्मा बसपा के महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।
अखिलेश यादव ने इस दौरान योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के समय जिस समय जनता को दवाई की जरूरत थी जिस समय उत्तर प्रदेश की जनता को इलाज की जरूरत थी, जिस समय उत्तर प्रदेश की जनता को ऑक्सीजन की जरूरत थी, उस समय उत्तर प्रदेश की सरकार कहां थी।
श्री यादव ने कहा कि इतना ही नहीं प्रदेश में किसान परेशान है, धान की खरीद नहीं हो रही है। मजबूरी में किसान को अपना धान जलाना पड़ा है। आय बढ़ाने वालों ने महंगाई दोगुनी कर दी है। सपा की सरकार बनने पर हम प्रदेश को विकास के रास्ते पर लाएंगे। पार्टी ने तो सदैव बाबा साहब तथा लोहिया जी के विचारों के साथ है।