नई दिल्ली। रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल के साथ डिप्टी गवर्नरों की सैलरी में भारी इजाफा हुआ है। सरकार ने इनकी बेसिक सैलरी में दोगुने से ज्यादा की बढ़ोतरी की है। उर्जित का मूल वेतन बढ़ाकर 2.5 लाख तो डिप्टी गवर्नर का 2.25 लाख रुपये कर दिया गया है। यह बदलाव पीछे की तारीख एक जनवरी 2016 से लागू है।
इससे पहले तक आरबीआइ के गवर्नर की बेसिक सैलरी 90 हजार, जबकि डिप्टी गवर्नर की 80 हजार रुपये हुआ करती थी। बढ़ोतरी के बावजूद इनके वेतन उन विभिन्न बैंकों के टॉप एक्जीक्यूटिव से कम हैं जिनका केंद्रीय बैंक नियंत्रण करता है। आरबीआइ के इन शीर्ष अधिकारियों के मासिक वेतन में बेसिक पे, महंगाई भत्ता (डीए) और अन्य भुगतान शामिल हैं।
सूचना के अधिकार (आरटीआइ) के तहत मांगी गई जानकारी पर केंद्रीय बैंक ने बताया कि वित्त मंत्रालय की ओर से 21 फरवरी को दी गई सूचना के अनुसार गवर्नर और डिप्टी गवर्नर के बेसिक पे में संशोधन किया गया है। इस बदलाव के बाद गवर्नर की बेसिक सैलरी बढ़कर 2,50,000 और डिप्टी गवर्नर की 2,25,000 रुपये हो गई है।
महंगाई भत्ता समय-समय पर केंद्र सरकार की ओर से बढ़ाया जाता है। जबकि अन्य सभी भत्तों का भुगतान मौजूदा दरों पर किया जाएगा। फिलहाल केंद्रीय बैंक ने यह नहीं बताया है कि बढ़ोतरी के बाद इन अधिकारियों का कुल वेतन कितना हो गया है। पहले 90 हजार बेसिक सैलरी के साथ पटेल को 1,12,500 रुपये डीए और अन्य भत्तों के तहत 7000 रुपये मिलते थे। इस तरह उनकी कुल मासिक सैलरी 2,09,500 रुपये हो जाती थी। केवल मूल वेतन में बढ़ोतरी को ही ले लें तो यह उनकी सैलरी को करीब 3.70 लाख रुपये पर पहुंचा देता है।