लखनऊ। मशहूर शायर मुन्नवर राना अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में बनें रहते है। इस बार रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान आतंकियों से करके की मुश्किलें में फंस गए हैं।
मुन्नवर राना के खिलाफ मध्य प्रदेश के गुना में आईपीसी की धारा 505(2) के साथ ही एससी-एसटी एक्ट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है। गुना के एसपी राजेश मिश्रा ने कहा कि सीआरपीसी के सेक्शन 154 के तहत यह केस लखनऊ पुलिस को सौंप दिया जाएगा क्योंकि अपराध का स्थान लखनऊ था।
मुनव्वर राना ने एक टीवी चैनल पर तालिबान पर चर्चा के दौरान कहा कि तालिबान आतंकी हैं पर उतने ही आतंकी हैं जितने रामायण लिखने वाले वाल्मीकी। राना से सवाल किया गया कि तालिबानी आतंकी हैं या नहीं? जिस पर मुनव्वर राना ने कहा कि अगर वाल्मीकी रामायण लिख देता है तो वह देवता हो जाता है। उससे पहले वह डाकू थे। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का चरित्र बदल जाता है। ठीक इसी तरह अभी तालिबानी आतंकवादी हैं लेकिन समय के साथ लोगों का चरित्र बदल जाता है।
इस पर टीवी की एंकर ने आपत्ति जताई कि तो मुनव्वर राना ने कहा कि आपके हिंदू धर्म में तो किसी को भी भगवान कह दिया जाता है। लेकिन वो एक लेखक थे। ये ठीक है कि उन्होंने एक बड़ा काम किया। उन्होंने रामायण लिखी। लेकिन यहां मुकाबला करने की बात नहीं है।
बात दें कि भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के महासचिव सुनील मालवीय ने यह शिकायत दर्ज कराई है। मालवीय ने कहा कि तालिबान की महर्षि वाल्मीकि से तुलना कर के राना ने वाल्मिकी समुदाय और हिंदू धर्म का अपमान किया है। राना के बयान ने हमारी धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।