लखनऊ, पशुपालन विभाग कर्मचारी संघो द्वारा दिनांक 7 सितंबर 2021 को अपनी मांगों के संबंध में आहूत प्रतीकात्मक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम टलता हुआ नहीं दिख रहा है।
जबकि इसके संबंध में कल रात निदेशालय में निदेशक के साथ दोनों संवर्ग के पदाधिकारियों के साथ हुई वार्ता का कोई सर्वमान्य हल नहीं निकला है ।
पशु चिकित्सा फार्मासिस्ट संघ के प्रांतीय अध्यक्ष श्री पंकज शर्मा एवं प्रांतीय महामंत्री श्री शारिक हसन खान ने बताया है कि हम लोग मजबूर होकर यह कार्यक्रम कर रहे हैं क्योंकि हमारी मांगों पर शासनादेश के अनुरूप विधि सम्मत प्रस्ताव शासन को नही भेजे जा रहे हैं इससे मामले वर्षों से लगातार लंबित हैं। कल ऐसा लग रहा था कि निदेशालय की बैठक के बाद गतिरोध दूर होगा लेकिन निदेशालय ने अपना पुनः वही पुराना रवैया प्रदर्शित किया हमारी 11 सूत्रीय मांगों में से किसी पर भी सहमति नहीं बन पाई ! निदेशालय भ्रष्टा अधिकारी संयुक्त निदेशक प्रशासन के पक्ष में खड़ा हुआ दिखाई दिया जिससे वार्ता विफल हो गई।
पशुधन प्रसार अधिकारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष श्री नितिन सिंह ने बताया कि बैठक में वार्ता एकमात्र एजेंडा भ्रष्ट ,द्वेष मानसिकता से ग्रसित अधिकारी संयुक्त निदेशक (प्रशासन ) को हटाया जाए से प्रारंभ की गई और शासन एवं निदेशालय द्वारा पूर्व में जारी 32 बिंदु की मांग पर लिए गए निर्णय का अनुपालन सुनिश्चित हो, अनुपालन न करने वाले संबंधित अधिकारी कर्मचारी पर कार्यवाही हो की बात स्पष्ट की गई लेकिन प्रथम बिंदु एवं अन्य मांगों पर निदेशक द्वारा कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया।
दोनों संघो ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि संयुक्त निदेशक (प्रशासन) के पद पर कार्यभार देखने के लिए पदस्थ डॉ जयकेश पांडेय द्वारा गलत मनमाने ढंग से किए जा रहे कार्यों को निदेशालय के अधिकारियों द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है जिससे फील्ड में कार्यरत पशुधन प्रसार अधिकारी और वेटनरी फार्मासिस्ट में रोष व्याप्त है । अतः हमारी प्रमुख मांग है कि निदेशालय में तैनात भ्रष्ट अफसर एवं स्थानांतरण नीति को दरकिनार कर 15 से 20 सालों से पदस्थ निदेशालय के अधिकारियों को तत्काल पद से हटाने की कार्यवाही करें।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री श्री अतुल मिश्रा औऱ उपाध्यक्ष श्री सुनील यादव ने, इस कार्यक्रम में संघो की जायज मांग का समर्थन करते हुए मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव, पशुधन से अपील किया है कि इस मामले में हस्तक्षेप कर गतिरोध को दूर करें ।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद एवं फार्मासिस्ट फेडरेशन ने कहा कि यदि गतिरोध दूर नही होगा तो परिषद के सभी घटक संघो के साथी भी इसमें सम्मिलित होंगे।