नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के बडगाम में आतंकियों ने राजस्व विभाग के अधिकारी कश्मीरी पंडित को गोली मार दी। जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। राहुल भट्ट लंबे समय से राजस्व विभाग में काम कर रहे थे। लेकिन गुरुवार को आतंकियों ने तहसील दफ्तर में घुसकर उनको गोली मार दी। जिसके बाद आतंकी मौके से फरार हो गए।
सेना ने इलाके में अपना सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है, पूरी कोशिश की जा रही है कि उन आतंकियों को जल्द पकड़ा जाए। आतंकियों द्वारा राहुल भट्ट की हत्या किए जाने के बाद कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा को लेकर कांग्रेस एक बार केंद्र सरकार पर हमलावर हो गई है।
कांग्रेस नेता अश्विनी हांडा ने जोर देकर कहा है कि सरकार घाटी में कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा नहीं दे पा रही है। उनकी नजरों में कश्मीरी पंडितों पर लगातार ऐसे ही हमले जा रही हैं। ये हमला इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि पिछले कई दिनों में घाटी के अंदर अधिकारियों से लेकर सरपंच तक को निशाना बनाया जा रहा है। कश्मीरी पंडित भी आतंकियों की गोली का शिकार बन रहे हैं। इन बढ़ती घटनाओं की वजह से गुरुवार को सड़क पर कश्मीरी पंडितों ने विरोध प्रदर्शन किया। श्रीनगर हाइवे को रोककर लगातार नारेबाजी की गई और न्याय की मांग हुई।
राहुल भट्ट की अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंचे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना और जम्मू कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम कवींद्र गुप्ता को कश्मीरी पंडितों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। कश्मीरी पंडितों ने रविंदर रैना और कवींद्र गुप्ता का घेराव कर नारेबाजी की। आक्रोशित कश्मीरी पंडितों ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।