नई दिल्ली। ओखला प्रेस क्लब की एक ऑनलाइन मीटिंग हुई जिसने जामिया नगर पुलिस स्टेशन में नये लगे बोर्ड में उर्दू की लिखावट हटाये जाने की निंदा के साथ दोबारा बोर्ड में हिंदी अंग्रेज़ी के साथ उर्दू को भी लिखने की पुरज़ोर माँग की गई।
ओखला प्रेस क्लब के चेयरमैन और वरिष्ठ पत्रकार एम अतहरउड्डीन मुन्ने भारती के नेतृत्व में ये ऑनलाइन मीटिंग का आयोजन किया गया जिसने वरिष्ठ पत्रकार रुमान हाशमी और सुहैल अंजुम के साथ जमशेद इक़बाल ने कहा की उर्दू देश की शान है और जब से जामिया नगर पुलिस स्टेशन क़ायम हुआ तब से पुलिस स्टेशन बोर्ड में हिंदी . अंग्रेज़ी के साथ उर्दू में भी लिखा था, और २०२२ वर्ष की शुरुआत में स्टेशन का बोर्ड बदला गया तो उर्दू को हटा दिया गया , जो अफ़सोसनाक बात है।
ओखला प्रेस क्लब के चेयरमैन और वरिष्ठ पत्रकार एम अतहरउड्डीन मुन्ने भारती के साथ वरिष्ठ सदस्य एवं दैनिक सद्भावना के चीफ़ एडिटर सैफ़उल्लाह सिड्डीकी के साथ वरिष्ठ पत्रकार मुज़फ़्फ़र हुसैन गजाली ने कहा कि जामिया नगर पुलिस स्टेशन में बोर्ड पर हिंदी , अंग्रेज़ी के साथ बोर्ड पर उर्दू में लिखवाने की शुरुआत वरिष्ठ आईपीएस और उस समय के डीसीपी अजय चौधरी साहब ने जामिया नगर पुलिस स्टेशन गेट पर बोर्ड में हिंदी अंग्रेज़ी के साथ उर्दू में भी लिखवाने की पहल की थी , मुन्ने भारती कहते है की वरिष्ठ आईपीएस अजय चौधरी साहब वर्दी में इंसानियत के फ़रिश्ते है और अपने अब तक कि कार्यकाल में पुलिस और पब्लिक के बीच बेहतर तालमेल की कोशिश की उनके प्रयास से ही जामिया नगर पुलिस स्टेशन में ऐतिहासिक लाइब्रेरी की शुरुआत हुई।
वरिष्ठ सदस्य एशिया टाइम्स के चीफ़ एडिटर अशरफ़ बस्तवी , मिल्लत टाइम्स चीफ़ एडिटर, पत्रकार सुरूर अली तुर्राबी, वरिष्ठ पत्रकार ज़हीर उल हसन , वरिष्ठ पत्रकार जावेद अख़्तर , पत्रकार एवं एंकर शैला निगार ने भी माँग की कि जामिया नगर पुलिस स्टेशन के बोर्ड में पुनः उर्दू में भी लिखा जाए ।