लखनऊ। उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। औरैया कोतवाली के एक गांव भदौरा में करीब डेढ़ माह पहले गायब हुई युवती की शिनाख्त कर परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने उस युवती को गुरुग्राम से खोज निकाला है। वहीं अब पुलिस के सामने यह सवाल खड़ा हो गया है कि जिस युवती का अंतिम संस्कार कर दिया गया था आखिर वह कौन थी? गलत शिनाख्त पर युवती के परिजनों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
जानकारी के अनुसार, औरैया जिले के भदौरा गांव से करीब डेढ़ माह पहले एक युवती लापता हुई थी। परिजनों ने गांव के ही अजय के खिलाफ युवती को बहलाकर साथ ले जाने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस युवती की तलाश कर रही थी, इस बीच गांव के बाहर यमुना नदी किनारे एक लड़की का शव पुलिस को मिला। पुलिस ने लापता युवती के परिजनों को बुलाकर उसकी शिनाख्त कराकर शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।
परिजनों ने जिसके बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट की तफ्तीश में पता चला जिसका अंतिम संस्कार किया गया उसकी उम्र 10 से 12 साल के बीच थी, जबकि जो युवती गायब हुई थी उसकी उम्र परिजनों ने 22 साल बतायी थी। जिसके बाद एसपी अभिषेक वर्मा के आदेश पर सर्विलांस टीम ने युवती का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाया। मोबाइल का लोकेशन पता चलते ही पुलिस ने लापता युवती का सुराग लगाकर उसे गुरुग्राम से बरामद कर लिया।
युवती की बरामदगी के साथ ही पुलिस के लिए नदी किनारे मिला शव सिरदर्द बन गया है। अब पुलिस उस शव की शिनाख्त कैसे करेगी? सीओ सिटी सुरेन्द्र ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।