लखनऊ। सपा सांसद व पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं लड़ रही बै। जौहर यूनिवर्सिटी की पूरी जमीन पर अब सरकार ने कब्जा कर लिया है। यूनिवर्सिटी पहुंची तहसील की टीम ने जमीन पर कब्जा करने के साथ ही आजम खां के मौलाना मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को बेदखल कर दिया। यह ट्रस्ट ही यूनिवर्सिटी को संचालित करता है और आजम खां इसके अध्यक्ष हैं। जबकि उनकी पत्नी शहर विधायक डा. तजीन फात्मा सचिव हैं।
इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा सोमवार को ट्रस्ट की अर्जी खारिज करने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने यह कार्रवाई की। तहसीलदार सदर प्रमोद कुमार के नेतृत्व में टीम पहुंची। तहसीलदार ने जौहर यूनिवर्सिटी के कुलपति सुल्तान मुहम्मद खां से बात की। उनसे दखलनामा पर हस्ताक्षर करने को कहा लेकिन, उन्होंने खुद को मुलाजिम बताते हुए हस्ताक्षर करने में असमर्थता जता दी। इस पर दो गवाहों और पुलिस की मौजूदगी में 173 एकड़ जमीन की कब्जा बेदखली की कार्रवाई की गई।
अधिकारियों ने बताया कि विश्वविद्यालय की 170 एकड़ जमीन को सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया है। जिसकी औपचारिकता पूरी करने के लिए स्थानीय राजस्व विभाग के कर्मचारियों की एक टीम यूनिवर्सिटी गई थी। वहीं मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि सरकार की संपत्ति, सरकार के हाथों में, यही है मोदी-योगी राज।