नई दिल्ली। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार पर संकट है। क्योंकि शिवसेना के संकटमोचक कहें जाने वाले मंत्री एकनाथ शिंदे 2 मंत्रियों, कुल 26 विधायकों और एक सांसद के साथ सूरत के ला मैरिडियन होटल में कैंप कर रहे हैं। दो मंत्रियों में अब्दुल सत्तार और शंभूराज देसाई शामिल हैं। जिसके बाद उद्धव ठाकरे ने आपातकालीन बैठक बुला ली है तो वहीं उत्साहित भाजपा के सीनियर नेताओं की दिल्ली में बैठक चल रही है। बताया जा रहा है कि गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने इन नेताओं के ठहरने की व्यवस्था कराई है और बाहर पुलिस का कड़ा पहरा है। इन 26 विधायकों में 15 नेता शिवसेना के ही हैं।
बीते करीब ढाई साल से चली आ रही उद्धव ठाकरे सरकार को यह झटका उनके ही करीबी नेता एकनाथ शिंदे ने दिया है। शिंदे के बारे में जानने वाले लोग बताते हैं कि वह शिवसेना के संकटमोचक रहे हैं। ऐसे में उनकी ओर से दिए गए झटके से शिवसेना का संभलना मुश्किल होगा। एकनाथ शिंदे की शिवसेना पर कितनी पकड़ रही है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह बाल ठाकरे के भी बेहद करीबी थी। यही नहीं एक दौर में जब नारायण राणे और राज ठाकरे जैसे दिग्गजों ने बगावत की थी तो एकनाथ शिंदे ही शिवसेना के संकटमोचक बनकर उभरे थे और पार्टी को बड़ी टूट से बचाया था।
मुंबई के नजदीक ठाणे से आने वाले एकनाथ शिंदे को मुंबई और उसके आसपास के क्षेत्रों में गहरी पकड़ रखने वाला लीडर माना जाता है। वह लगातार 4 बार महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने जा चुके हैं। 2014 में शिवसेना ने उन्हें विधायक दल का नेता बनाया था। एकनाथ शिंद को कार्यकर्ताओं में पकड़ के साथ ही धनबल और बाहुबल के लिए भी जाना जाता रहा है। उनके बेटे श्रीकांत शिदे भी शिवसेना से ही लोकसभा सांसद हैं।