लखनऊ । यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में पार्टी विधानमंडल दल की बैठक की। इस मीटिंग के दौरान उन्होंने पार्टी के विधायकों को अनुशासन में रहने और जनता से ठीक व्यवहार करने की नसीहत दी।
मुख्यमंत्री ने विधायकों को सत्तापक्ष का सदस्य होने के नाते जिम्मेदारी समझाई और कहा कि कोई ऐसा कार्य न होने पाए जिससे लोगों को हम पर उंगली उठाने का मौका मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गठबंधन सहित 325 विधायकों के भारी बहुमत के साथ जनता ने हमें सत्ता सौंपी है। कहा कि जनता ने बड़ा बहुमत ही नहीं दिया है बल्कि बड़ी जिम्मेदारी भी सौंपी है।
जिम्मेदारी यह है कि सत्ता के जरिये जनता की समस्याओं का समाधान कराने में हम किस तरह की भूमिका निभा सकते हैं। इसी के साथ यह दायित्व भी हम लोगों को मिला है तो जनता के दुख-दर्द दूर करने में विधायक या जनप्रतिनिधि के नाते भूमिका निभाएं।
सत्ता की हनक से बचें
मुख्यमंत्री ने विधायकों व मंत्रियों को लालबत्ती व हूटर के बेजा इस्तेमाल से बचने की भी हिदायत दी। कहा कि जनता को गैर भाजपा और मौजूदा भाजपा सरकार के कामकाज में अंतर नजर आना चाहिए।
मंत्रियों, विधायकों और कार्यकर्ताओं को आम लोगों के साथ अच्छा आचरण और व्यवहार करना चाहिए जिससे उन्हें इस बात का एहसास हो कि भाजपा के लोग दूसरे सत्तारूढ़ दल के लोगों जैसे नहीं है।
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों व विधायकों से यह भी आग्रह किया कि वे खुद के साथ अपने परिवार वालों को भी इस बारे में समझा दें कि वे सत्ता की हनक के चक्कर में न पड़े। जिससे आम लोगों के बीच गलत संदेश न जाए। उन्होंने ट्रांसफर-पोस्टिंग के चक्कर में भी न उलझने की नसीहत विधायकों को दी।