नई दिल्ली। पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी लगातार अपनी ही सरकार पर हमला बोल रहे है। वह केंद्र सरकार की कार्यशैली और नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं। कृषि कानून लागू होने तथा वापस होने तक किसानों को लेकर लगातार मुखर रहने वाले वरुण गांधी अब युवाओं के रोजगार को लेकर बेहद चिंतित हैं।
वरुण गांधी ने शुक्रवार सरकार द्वारा सेना तथा अर्धसैनिक बलों में भर्ती प्रक्रिया ना प्रारंभ करने मामले पर तंज कसा है। वरुण गांधी ने इसको लेकर एक ट्वीट भी किया है। इससे पहले भी वह कई समाचार पत्रों में सरकार की नीतियों के खिलाफ लेख भी लिख चुके हैं।
वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती ना आने के कारण पांवों में छाले लिए तीन वर्ष से दौड़ रहे युवा अब तो हताश हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ती उम्र के कारण अयोग्य हो रहे इन युवाओं को आर्थिक तंगी अवसादग्रस्त बना रही है। केन्द्र की सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि राष्ट्रसेवा का संकल्प लेने वाले इन युवाओं की आवाज राष्ट्रवादी सरकार तक पहुंचनी चाहिए।
सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती न आने के कारण पाँवों में छाले लिए 3 सालों से दौड़ रहे युवा हताश हैं।
बढ़ती उम्र के कारण अयोग्य हो रहे इन युवाओं को आर्थिक तंगी अवसादग्रस्त बना रही है।
‘राष्ट्रसेवा’ का संकल्प लेने वाले इन युवाओं की आवाज ‘राष्ट्रवादी सरकार’ तक पहुंचनी चाहिए। pic.twitter.com/2GcdFcznvI
— Varun Gandhi (@varungandhi80) March 4, 2022
पीलीभीत में चैथे चरण के मतदान के दौरान भी वरुण गांधी ने किनारा कर लिया था। पीलीभीत में वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी की जोरदार पैठ है और दोनों ही यहां से भारी मतों के अंतर से जीते थे। मेनका गांधी को वर्ष 2014 और वरुण गांधी को 2019 के लोकसभा चुनाव में पांच-पांच लाख से अधिक वोट मिले थे। भाजपा ने 2017 में पीलीभीत की सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं सपा ने 2012 में पांच में से चार सीटों पर कब्जा कर लिया था जबकि भाजपा केवल एक ही सीट जीत सकी थी।