सीतापुर -अनूप पाांडे / आशीष गौड़ /NOI-जहां देश के मुखिया योगीी आदित्यनाथ भ्रस्टाचार को खत्म करने के अनेकों प्रयास करने का प्रयास करती है और समय समय पर भ्रष्टा अधिकारियों पर शिकंजा कसती है परंतु पनपा हुवा भ्रस्टाचार खत्म होने का नाम ही नही लेता कुछ ऐसे ही विकास कार्य विकासखण्ड बेहटा की ग्राम पंचायत पिदुरिया में देखने को मिला जहाँ सचिव ज्ञानेंद्र एक बार फिर अपनी ग्राम पंचायत पिदुरिया को लेकर चर्चा में देखे जाने लगे इससे पूर्व भी सचिव ज्ञानेंद्र भदफ़र ग्राम पंचायत को लेकर चर्चा में रहे है जहां जांच के दौरान कार्यो में अनिमितताये पाई गई वही आज पिदुरिया ग्राम पंचायत भी कही न कही सचिव ज्ञानेंद्र के लिए मुश्किले खड़ी होती देखी जा सकती है बताया जाता है बनी इंटरलॉकिंग की गुडवत्ता और आवासो में हुई धनउगाही जैसे मामले अब तूल पकड़ने लगे बनी इंटरलॉकिंग जहां जगह जगह से टूट कर जवाब दे रही है तो वही आवासों में धनउगाही के कारण लोगो की छत नही पड़ पाई आखिर जब ऐसे मामले सामने आएंगे तो सवाल खड़े होना भी लाजमी है जब इस बात की जानकारी के लिए संवाददाता गांव में पहुचा तो वास्तव में कई लोगो को आवास तो दिया गया परंतु अब तक छत नही पड़ सकी जब इस बात की जानकारी आवास लाभार्थी से की गई तो बताया कि जब बीस बीस हजार ले लिया जाएगा तो छत कहा से पड़ेगी और बात भी कही न कही जायज है वैसे भी सचिव ज्ञानेंद्र शौचालय और आवास मामले में समय समय पर अपनी फजीहत कराटे रहे है और उनकी ग्राम पंचायतों में जांच के दृश्य देखे भी जाते रहे है और तो और इनकी पंचायत में जांच के दौरान हाथापाई भी देखी गयी परंतु सचिव है कि समझने की बात ही नही करते है बातया जाता है सचिव साहब अपनी पंचायतो के विकास कार्यो को कभी गंभीरता से लेते ही नही है यदि ऐसे ही देखा जाता रहा तो वो दिन दूर नही जब सचिव साहब पर कोई बड़ी कार्यवाही किसी भी समय देखी जा सकती है सचिव की ग्राम पंचायत पिदुरिया में कई अनुसूचित वर्ग से आने वाले लाभार्थियों को अब तक इस धनउगाही के चलते जहां छत नही नसीब हुई है तो वही इंटरलॉकिंग भी जगह जगह पर टूट टूट कर जवाब दे रही है जबकि अभी बहुत ज्यादा समय इस रोड निर्माण में नही हुवा