सीतापुर-अनूप पाण्डेय/सुनील वर्मा-NOI/उत्तरप्रेदश के जनपद सीतापुर में महमूदाबाद स्थानीय नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायत के चुनाव की शुरुआत जिस तरह की छीछालेदर से हुई है शायद ही कहीं हुई हो,
महमूदाबाद विधान सभा क्षेत्र में क्रमशः महमूदाबाद नगर पालिका एवं पैंतेपुर नगर पंचायत दो जगहों पर चेयरमैन पदों पर प्रत्याशी चयन के साथ-साथ सभासदों का चयन चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां एक तरफ नगर पंचायत पैंतेपुर अध्यक्ष पद उम्मीदवार जैनब जहां ने भाजपा से मिले सिम्बल को ठुकरा दिया वहीं नगर पालिका परिषद के चुनाव में स्थानीय सभासद प्रत्याशियों ने भाजपा के सिम्बल से दूरी बनाए रखना ऊचित समझा, इस कृत्य के बाद जनसाधारण में चर्चा है कि आखिर स्थानीय स्तर पर भाजपा विधायिका की सलाहकार समिति में कैसे-कैसे लोग हैं जो चेयरमैन छोड़ो सभासदों को सिम्बल तक नहीं दे पाए?
वहीं नगर पालिका क्षेत्र में सबसे वरिष्ठ सभासद और भाजपा के कट्टर समर्थक चक्र सुदर्शन पाण्डेय के विरूद्ध भाजपा से सभासद प्रत्याशी का पति प्रहलाद गुप्ता चुनाव मैदान में है,
शहर के संभ्रांत नागरिक और विपक्ष आखिर यह जाननें का प्रयास कर रहें हैं कि कड़े अनुशासन के लिए मशहूर पार्टी में आखिर ये क्या हो रहा है?
विरोधियों का कहना है कि विधायिका के द्वारा लोगों को जोड़नें का नहीं बल्कि तोड़ने का काम किया है, जनता के बीच अनुपस्थित रहनें और कुछ दलालों को पालनें के अलावा पब्लिक का कोई काम नहीं हुआ है यह जग जाहिर है
ऐसे में सिम्बल लेकर कौन अपनीं फजीहत कराए,
विधानसभा चुनाव में पार्टी संगठन की जो बाॅडी लैंग्वेज थी वह चुनाव के बाद धीरे-धीरे कुन्द सी होती प्रतीत हो रही है,
संगठन के पुरानें कार्यकर्ता नाराज हैं, शायद यही कारण हो सकता है कि नगर पालिका परिषद चुनाव में जो जोश दिखाई देना चाहिए था वह अब तक दिखाई नहीं पड़ा है,
चुनावी समीकरण किसी भी प्रत्याशी के पक्ष में एकतरफा जाते नहीं दिखाई दे रहा है, ऐसे में कार्यकर्ताओं की रूष्टता नुकसानदायक साबित न हो जाए,
कहीं न कहीं सभासदों द्वारा सिम्बल से दूरी बना लेना पार्टी एवं सलाहकार समिति के लिए शर्मसार करनें वाला साबित हो रहा है।