लखनऊ। उत्तर प्रदेश से अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जहां एक महिला मरने के बाद जिंदा हो गई है और लोगों पर एफआईआर दर्ज करा रही है। जिसके बाद पीड़ित व्यक्ति ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि एफआईआर दर्ज कराने वाली महिला सूर्यमुखी की 21 दिसंबर 2014 को मृत्यु हो गई थी। जो बिंदकी फतेहपुर की रहने वाली थी। जिसकी पुष्टि खुद उसका पति प्रभाकर मिश्रा कर चुका है।
पीड़ित आदित्य ने बताया कि मृतक महिला सूर्यमुखी ने उसके खिलाफ 12 अप्रैल 2022 को लखनऊ के कृष्णानगर थाने में धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। दर्ज मुकदमे में आदित्य के अलावा तीन और लोग शामिल है। लेकिन महिला ने अपना पता सोहरामऊ, उन्नाव दर्ज कराया है। लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि 21 दिसंबर 2014 को जिस महिला की मृत्यु हुई थी। वो आखिर कौन थी।
आदित्य में मीडिया से बात करते हुए आगे बताया कि सुखेन्दर अरोड़ा ने अलीनगर सुनहरा में अपने जमीन का विक्रय अनुबंध 23 जुलाई 2022 को सूर्यमुखी और आदित्य की पत्नी प्रियंका मिश्रा ने कराया था। लेकिन उसके बाद उस जमीन को लेकर कुछ विवाद खड़ा हो गया। आदित्य के मुताबिक, सूर्यमुखी ने कहा कि सुखेन्दर अरोड़ा उस जमीन की रजिस्ट्री कराये। रजिस्ट्री ने कराने पर सूर्यमुखी ने सुखेन्दर अरोड़ा, आदित्य, प्रियंका और अभिनव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। महिला सूर्यमुखी मुकदमा वापस लेने के लिए रुपयों की मांग कर रही है।
पीड़ित आदित्य ने महिला के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि महिला सूर्यमुखी के पति प्रभाकर मिश्रा ने अलीनगर सुनहरा में विमला देवी के नाम 20 मार्च 2015 को रजिस्ट्री कराई थी। जिसमें प्रभाकर ने सूर्यमुखी के मृत्यु का प्रमाण पर लगाया था। अब सवाल यह उठाया है कि सुखेन्दर अरोड़ा ने अलीनगर सुनहरा में अपने जमीन का विक्रय अनुबंध 23 जुलाई 2022 को सूर्यमुखी को कराया था और जो 12 अप्रैल 2022 को कृष्णानगर थाने में धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। आखिर वो महिला कौन थी? जिसको लेकर अब प्रशासन पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।
पीड़ित आदित्य ने बताया कि इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को भी दे चुका है। लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। प्रभाकर मिश्रा उसकी पत्नी सूर्यमुखी और उसके गुर्गे जान से मारने की धमकी दे रहे है।